सागर. रेलवे बोर्ड ट्रेनों में पेंट्री कार व्यवस्था को बंद करने जा रहा है। आइआरसीटीसी से रजिस्टर्ड ऐप का उपयोग कर यात्री खाना बुक कर स्टेशनों पर खाने का ऑर्डर कर सकते हैं। हालांकि इससे पहले ही कई ऐप एेसे सक्रिय हो गए हैं, जो बगैर रजिस्ट्रेशन के ही ट्रेनों मेें यात्रियों को खाना पहुंचाने लगे हैं। ऐसे में यदि भोजन की क्वालिटी निम्न स्तर की निकलती है तो फिर रेलवे की जिम्मेदारी नहीं होती और संबंधित यात्री पछताता रह जाता है। आरपीएफ ने दो मामलों में होटल संचालकों पर कार्रवाई भी की है।
आरपीएफ से मिली जानकारी के अनुसार दो होटल संचालकों ने आइआरसीटीसी से अनुबंध किया है, जो आइआरसीटीसी से रजिस्टर्ड ऐप के जरिए ट्रेनों में यात्रियों को खाना उपलब्ध करा रहे हैं। इनकी आड़ में बगैर रजिस्ट्रेशन वाले ऐप भी फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं, जिन पर नजर रखी जा रही है।
आरपीएफ द्वारा ट्रेनों में अवैध रूप चाय-समोसे और अन्य खाद्य सामग्री बेचते हुए अवैध वेंडरों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। जनवरी से अप्रैल में आरपीएफ ने 60 लोगों को खाद्य सामग्री बेचते हुए पकड़ा। इनमें से दो किन्नर भी शामिल है। जानकारी के अनुसार जबलपुर मंडल से भी एक टीम बनाई गई है, जो समय-समय पर ट्रेनों में निरीक्षण कर इस तरह की कार्रवाई कर रही है।
कटनी और बीना में पर्चे का चलन
सागर में ट्रेनों में पर्चे बांटकर खाना बुक कराने का चलन नहीं है, लेकिन बीना और कटनी स्टेशन पर अवैध रूप से पर्चे बांटे जाते हैं और यात्री इसी आधार पर खाना बुक करा रहे हैं। चूंकि यहां पर ट्रेनों का स्टॉपेज अधिक होता है। एेसे में यात्रियों को आसानी से अवैध वेंडर खाना उपलब्ध कराते हैं। बीना स्टेशन पर एेसे वेंडरों पर कार्रवाई भी हुई है।
ट्रेनों में अवैध रूप से चाय-समोसे और अन्य प्रकार की खाद्य सामग्री बेंचने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। 4 महीने में 60 लोगों पर
मामले भी बनाए गए हैं।
श्वेता सूर्यवंशी, थाना प्रभारी आरपीएफ