रेलवे स्टेशन से जाने वाले ऑटो चालकों को लग रहा घाटा
कहीं भी ऑटो की सुविधा मिलने के कारण अब लोग भी सीधा रेलवे स्टेशन के बाहर से ऑटो नहीं पकड़ते हैं और वह दूसरा रास्ता पकड़कर वॉशिंग यार्ड के पास पहुंचते हैं, जिससे घंटों नंबर लगाकर इंतजार करने वाले ऑटो चालकों को घाटा लगता है और उन्हें पर्याप्त सवारियां नहीं मिलती हैं।
कहीं भी ऑटो की सुविधा मिलने के कारण अब लोग भी सीधा रेलवे स्टेशन के बाहर से ऑटो नहीं पकड़ते हैं और वह दूसरा रास्ता पकड़कर वॉशिंग यार्ड के पास पहुंचते हैं, जिससे घंटों नंबर लगाकर इंतजार करने वाले ऑटो चालकों को घाटा लगता है और उन्हें पर्याप्त सवारियां नहीं मिलती हैं।
संकरी पुलिया के पास से निकलते हैं लोग
जिस जगह पर ऑटो खड़े हो रहे हैं वहां पास में संकरी पुलिया है, जहां से बचकर ही लोग निकलते हैं और फिर अंधे मोड़ से जैसे ही गाड़ी मोड़ते हैं सामने ऑटो खड़े मिलते हैं, जिससे हरदम लोगों को जान का खतरा बना रहता है।
जिस जगह पर ऑटो खड़े हो रहे हैं वहां पास में संकरी पुलिया है, जहां से बचकर ही लोग निकलते हैं और फिर अंधे मोड़ से जैसे ही गाड़ी मोड़ते हैं सामने ऑटो खड़े मिलते हैं, जिससे हरदम लोगों को जान का खतरा बना रहता है।