ओरछा पहुंचे मंगुभाई पटेल ने श्रीरामराजा के दर्शन और उन्होंने यहां के मंदिर, महल के वास्तुकला की सराहना करते हुए कहा कि यह इतिहास और संस्कृति का समागम स्थल है। वहीं सातार नदी के तट पर पहुंच कर उन्होंने चंद्रशेखर आजाद की अज्ञातवास स्थली पर उन्हें नमन किया है।
सुरुचि ने बताया मप्र महिलाओं के लिए सुरक्षित
मंदिर पहुंचे राज्यपाल ने यहां पर मौजूद श्रद्धालुओं का अभिवादन जय श्रीराम के उद्घोष से किया। दर्शन करने आई कानपुर की 100 की सुखवती से उनका हालचाल जाना और ओरछा के बारे में चर्चा की। वहीं जहांगीर महल में अकेले भ्रमण कर रही हैदराबाद की सुरुचि से राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने चर्चा की। राज्यपाल ने उनसे ओरछा के बारे में जाना साथ ही अकेले भ्रमण करने के बारे में पूछा। इस पर सुरुचि ने बताया कि वह खजुराहो, ग्वालियर घूम कर आई हैं। उनका कहना था कि मप्र महिला के लिए सुरक्षित है।
मंदिर पहुंचे राज्यपाल ने यहां पर मौजूद श्रद्धालुओं का अभिवादन जय श्रीराम के उद्घोष से किया। दर्शन करने आई कानपुर की 100 की सुखवती से उनका हालचाल जाना और ओरछा के बारे में चर्चा की। वहीं जहांगीर महल में अकेले भ्रमण कर रही हैदराबाद की सुरुचि से राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने चर्चा की। राज्यपाल ने उनसे ओरछा के बारे में जाना साथ ही अकेले भ्रमण करने के बारे में पूछा। इस पर सुरुचि ने बताया कि वह खजुराहो, ग्वालियर घूम कर आई हैं। उनका कहना था कि मप्र महिला के लिए सुरक्षित है।
जमकर छका बुंदेली जायका
इसके बाद राज्यपाल ग्राम लाड़पुरा के होम स्टे पहुंचे। यहां पर कुछ देर आराम करने के बाद उन्होंने बुंदेली व्यंजनों का लुफ्त उठाया। होम स्टे संचालक उमा पाठक ने यहां पर राज्यपाल के लिए खास तौर पर बथुआ की कड़ी, लहसुन वाली पालक की भाजी, मैथी की भाजी, सेम की सब्जी के साथ ही कोदो की खीर, कोदो के चावल के साथ ही रस वाले बरा परोसे। राज्यपाल के लिए यहां पर 17 प्रकार के बुंदेली व्यंजन बनाए गए थे। राज्यपाल ने कहा कि वह दिन में बहुत कम भोजन करते है, लेकिन इस बेजोड़ स्वाद के कारण वह डबल भोजन कर चुके हैं।
इसके बाद राज्यपाल ग्राम लाड़पुरा के होम स्टे पहुंचे। यहां पर कुछ देर आराम करने के बाद उन्होंने बुंदेली व्यंजनों का लुफ्त उठाया। होम स्टे संचालक उमा पाठक ने यहां पर राज्यपाल के लिए खास तौर पर बथुआ की कड़ी, लहसुन वाली पालक की भाजी, मैथी की भाजी, सेम की सब्जी के साथ ही कोदो की खीर, कोदो के चावल के साथ ही रस वाले बरा परोसे। राज्यपाल के लिए यहां पर 17 प्रकार के बुंदेली व्यंजन बनाए गए थे। राज्यपाल ने कहा कि वह दिन में बहुत कम भोजन करते है, लेकिन इस बेजोड़ स्वाद के कारण वह डबल भोजन कर चुके हैं।