रीवा जिले के अमहिया थाना क्षेत्र के नरेंद्र नगर में यह मामला उजागर हुआ है। बदमाशों ने एक परिवार के तीन सदस्यों के खातों से लाखों रुपए निकाल लिए। पीड़ित ने इसकी शिकायत थाने में दर्ज करवा दी, लेकिन आरोपियों का अब तक पता नहीं चल सका है।
अमहिया थाने के नरेन्द्र नगर निवासी सत्येन्द्र गुप्ता का परिवार इस फ्राड का शिकार हुआ है। पीड़ित के मोबाइल पर एक व्यक्ति ने फोन कर घर बैठे पैसा कमाने का झांसा दिया था। पीड़ित उसकी बातों में आ गए और उसके बताए अनुसार काम करने लगे। आरोपी के कहने पर पीड़ित ने तीन हजार रु़पए डाले तो उसने 3900 रुपए उन्हें वापस किए। उनको झांसा देने के लिए कुछ अन्य बार रुपए जमा करवाए और हर बार उनको ज्यादा पैसे देता था।
बाद में उनके अकाउंट की सारी जानकारी आरोपी ने ले ली। पीड़ित के अलावा पिता और बड़ी मम्मी के खातों की जानकारी भी ले ली। आरोपी लेनदेन के लिए पेटीएम, नेट बैकिंग, फोन-पे का उपयोग करता था। आरोपी ने बड़ी सफाई से तीनों खातों से 45.75 लाख रुपए निकाल लिए। इसके बाद मोबाइल बंद हो गया। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है। घटना में साइबर फ्राड की घटनाओं को अंजाम देने वाले बदमाशों का हांथ होने की आशंका जताई जा रही है जो लगातार लोगों को अपना शिकार बना रहे है।
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इन बातों का ध्यान रखें कार्ड मुफ्त या डिस्काउंट जैसे ऑफर से बचे।
हर जगह कार्ड स्वाइप करने से बचें।
पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड डिटेल्स व फाइनेंशियल डीटेल साझा न करें।
मोबाइल पर मैसेज एक्टिवेट सुविधा चालू रखें।
किसी का भी कॉल आने पर बैंक डीटेल्स न दें।
पहले उससे अपने अकाउंट से जुड़ी सभी डीटेल्स लें।
क्रेडिट कार्ड का पिन नंबर बदलते रहें।
मुमकिन हो तो सीवीवी नंबर याद रखें और कार्ड से मिटा दें।
ई-मेल या अटैचमेंट को सोच-समझ कर खोलें।
अपने बैंक की डिटेल्स और CVV, OTP और PIN किसी को भी शेयर न करें।