ऐसे में इस दिन लोगों द्वारा सोना,चांदी,वाहन,घर आदि की खरीदारी शुभ मानी जाती है। इस दिन सोने और चांदी के बने आभूषण और सिक्के खरीदने की सदियों पुरानी परंपरा है।
इस दिन की जाने वाली खरीदारी को लेकर अनेक मान्यताएं हैं, इस संबंध में ज्योतिष के जानकार सुनील शर्मा का कहना है कि धनतेरस का दिन खरीदारी के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
वहीं कई बार लोग जानकारी के अभाव में कुछ ऐसी चीजें भी खरीद लाते हैं, जिन्हें इस दिन खरीदना वर्जित माना गया है, ऐसे में हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर धनतेरस के दिन कौन सी चीजें खरीदनी चाहिए और कौन सी नहीं, इन्हीं सब बातों को देखते हुए आज हम आपको इस दिन क्या-क्या खरीदना चाहिए, इसके संबंध में बता रहे हैं।
तेरह गुना होती है वृद्धि
माना जाता है कि धनतेरस के दिन बर्तन,सोना, चांदी और पीतल सहित कई अन्य सामान को खरीदने से उसमें तेरह गुना वृद्धि होती है। यही कारण है कि धनतेरस पर अधिकतर घरों में लोग बर्तन, झाड़ू सहित कई तरह के सामान को खरीदते हैं।
इस दिन बर्तन खरीदने की परंपरा का प्राचीन काल की एक कथा से जुड़ाव माना जाता है, दरअसल मान्यता के अनुसार धनत्रयोदशी के दिन ही यानि धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि हाथ में चांदी का पात्र लेकर उत्पन्न हुए थे।
इसी कारण इस दिन चांदी का बर्तन, चम्मच या चांदी के आभूषण खरीदने का अत्यधिक महत्व माना जाता है। माना जाता है कि धनतेरस के दिन चांदी खरीदने से सौभाग्य खुलने के साथ ही सुख समृद्धि में भी वृद्धि होती है। साथ ही चांदी की कोई भी वस्तु धनतेरस के दिन खरीदने से घर में खुशहाली आती है।
लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति
धनतेरस पर लक्ष्मी पूजा के लिए माता लक्ष्मी और श्री गणेश जी की मूर्ति खरीदनी विशेष मानी जाती है, इसका कारण यह है कि इसी मूर्ति का दिवाली के दिन पूजा किया जाता है। इसके अलावा ये भी माना जाता है कि धन्वंतरि को पीतल बहुत प्रिय है, ऐसे में धनतेरस के दिन पीतल की वस्तुएं खरीदना शुभ माना गया है।
मिट्टी के दीये
रोशनी के पर्व यानि दिवाली के लिए धनतेरस के दिन मिट्टी के दीपक खरीदना भी खास माना गया है। मिट्टी के दीपक के बिना दिवाली अधूरी मानी जाती है। ऐसे में धनतेरस के दिन आप दिवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा के लिए बताशे, कुमकुम, धनिया की खरीदारी भी कर सकते हैं। इसके अलावा इसी दिन आप कमलगट्टा आदि भी खरीद सकते हैं। माना जाता है कि कमलगट्टे की माला और पांच सुपारी दिवाली पर मां लक्ष्मी के चरणों में अवश्य चढ़ानी चाहिए।
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धनतेरस के दिन झाड़ू
धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने की भी परंपरा है, जिसे बहुत ही शुभ माना जाता है। लेकिन यहां यह ध्यान रखना चाहिए कि यदि धनतेरस रविवार या मंगलवार को है तो झाड़ू न खरीदें, इसके पीछे का कारण यह है कि इन दिनों में झाड़ू खरीद के संबंध में माना जाता है कि ऐसा करने से घर में कलह बढ़ती है।
वहीं इन दिनों के अतिरिक्त पड़ने वाली धनतेरस के दिन हर घर में एक नई झाड़ू खरीदनी चाहिए। दरअसल मत्स्य पुराण के अनुसार झाड़ू को मां लक्ष्मी का रूप माना गया है। वहीं घर में झाड़ू से घर साफ करने के बाद उसे ऐसी जगह जाना चाहिए जहां किसी का उस पर पैर नहीं लगे, क्योंकि झाड़ू का मां लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है।
धनतेरस पर कब खरीदना चाहिए झाड़ू
धनतेरस कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की तेरस तिथि को आता है। ऐसे में मान्यता है कि धनतेरस के इस दिन झाड़ू शाम के समय ही खरीदना चाहिए, लेकिन इसकी खरीदारी यदि शुभ मुहूर्त में की जाए तो और भी शुभ है।
झाड़ू क्यों है खास
मत्स्य पुराण में जहां झाड़ू को मां लक्ष्मी का रूप माना गया है, वहीं झाड़ू को सुख-शांति बढ़ाने और दुष्ट शक्तियों का सर्वनाश करने वाला भी माना जाता है। कहा जाता है कि झाड़ू से घर की दरिद्रता का नाश होता है। वहीं घर में धनतेरस के दिन नई झाड़ू से सफाई करने पर कर्ज से भी मुक्ति मिलती है।
शास्त्रों के अनुसार धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने से लक्ष्मी माता घर में स्थिर रहती है और रुठकर घर से बाहर नहीं जाती हैं। इसके साथ ही ये भी माना जाता है कि झाड़ू से घर में सकारात्मकता का संचार होता है।