रवि प्रदोष व्रत के दिन तीन शुभ योग बन रहे हैं। ये योग सिद्धि योग, साध्य योग और द्विपुष्कर योग हैं। सिद्धि योग इस दिन सुबह से लेकर रात 8.07 बजे तक है। यह योग अधिकांश कार्यों के लिए शुभ समय माना जाता है। इसके बाद से साध्य योग प्रारंभ हो जाएगा। यह बीस मार्च को शाम 4.21 बजे तक रहेगा। इसके अलावा इस दिन द्विपुष्कर योग सुबह 6 बजकर 27 मिनट से लेकर 8.07 बजे तक है।
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सिद्ध योग का फलः रवि प्रदोष व्रत बेहद खास है। इस दिन कई शुभ योग बन रहे हैं। इसमें सिद्धि योग, साध्य योग और द्विपुष्कर योग हैं। वहीं प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा सिद्ध योग में होगी, जो उत्तम फल देगी। इस योग में शिवपूजा सभी मनोकामनाओं की पूर्ति करने वाली होगी। इस योग में मकान दुकान खरीदना या ऑफिस का उद्घाटन करना, वाहन खरीदना, क्रय विक्रय, मकान की रजिस्ट्री, सगाई, रोका सभी शुभ कार्य किए जा सकते हैं और इसके बेहद शुभ परिणाम मिलते हैं। हालांकि इस योग में विवाह, यात्रा, गृह प्रवेश नहीं किया जाता।
सिद्ध योग का फलः रवि प्रदोष व्रत बेहद खास है। इस दिन कई शुभ योग बन रहे हैं। इसमें सिद्धि योग, साध्य योग और द्विपुष्कर योग हैं। वहीं प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा सिद्ध योग में होगी, जो उत्तम फल देगी। इस योग में शिवपूजा सभी मनोकामनाओं की पूर्ति करने वाली होगी। इस योग में मकान दुकान खरीदना या ऑफिस का उद्घाटन करना, वाहन खरीदना, क्रय विक्रय, मकान की रजिस्ट्री, सगाई, रोका सभी शुभ कार्य किए जा सकते हैं और इसके बेहद शुभ परिणाम मिलते हैं। हालांकि इस योग में विवाह, यात्रा, गृह प्रवेश नहीं किया जाता।
इसके अलावा प्रदोष के दिन बन रहे अन्य शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्तः 12.04 पीएम से 12.53 पीएम
अमृतकाल मुहूर्तः 12.43 पीएम से 2.09 पीएम
विजय मुहूर्तः 2.29 पीएम से 3.18 पीएम
निशिता मुहूर्तः 20 मार्च 12.04 एएम से 12.52 एएम
अभिजीत मुहूर्तः 12.04 पीएम से 12.53 पीएम
अमृतकाल मुहूर्तः 12.43 पीएम से 2.09 पीएम
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निशिता मुहूर्तः 20 मार्च 12.04 एएम से 12.52 एएम