इस गुरुद्वारा के प्रति लोगों की गहरी आस्था जुड़ी हुई है। यहां आने वाले लोगों का मानना है कि अगर वीजा या पासपोर्ट नहीं बन पा रहा है तो यहां खिलौने वाला हवाई जहाज दान करने से विदेश जाने के रास्ते खुल जाते हैं। यहां खासतौर से रविवार के दिन भक्तों की भीड़ रहती है। मान्यता हैं कि जो लोग यहां आकर माथा टेककर सच्चे मन से प्रार्थना करते हैं तो उनके विदेश जाने का सपना अवश्य पूरा होता है।
यहां पर पहुंचने के सभी मार्गों पर आपको कई ऐसी दुकानें देखने को मिल जाएंगी, जहां आप अपनी पसंद के हवाई जहाज वाले खिलौने खरीद सकते हैं। इतना ही नहीं इन दुकानों पर एयर इंडिया, ब्रिटिश एयरवेज, एयर कनाडा और विदेशी कंपनियों के हवाई जहाज के खिलौने भी देखने को मिल जाते हैं। इस गुरुद्वारे में हर महीने कई हजार लोग दर्शन करने और अपनी वीजा की मुराद पूरी करने आते हैं।
आंध्रप्रदेश की राजधानी हैदराबाद से 40 किलोमीटर की दूरी पर चिल्कुर बालाजी (वर्तमान में तेलंगाना में स्थित) को भी वीजा टेंपल के नाम से जाना जाता है। ये मंदिर करीब 500 वर्ष पुराना है। यहां भारी संख्या में लोग वीजा और पासपोर्ट से जुड़ी समस्याओं के निदान के लिए आते हैं। ऐसी मान्यता है कि यहां आकर जल्द ही लोगों की विदेश जाने की मनोकामना पूरी हो जाती है।