1. बच्चों की एकाग्रता बेहतर बनाने के लिए
ज्योतिषशास्त्र में एकाग्रता का कारक चंद्रमा और बुध ग्रह को माना गया है। जहां चंद्रमा व्यक्ति के मन को प्रभावित करता है तो बुध ग्रह बुद्धि पर असर डालता है। ऐसे में जिन बच्चों की कुंडली में इन दोनों ग्रहों की स्थिति कमजोर होती है वे बच्चे कमजोर एकाग्रता के साथ पढ़ाई और अन्य किसी काम में मन नहीं लगा पाते हैं। ऐसे में ज्योतिषीय सलाह से बच्चे को पन्ना रत्न धारण करवाना शुभ माना जाता है। पन्ना धारण करने से बच्चे का दिमाग तेज होता है। जिससे वह पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन कर सकता है।
2. बच्चे का आलसीपन दूर करने के लिए
माना जाता है कि यदि बच्चे की कुंडली में शनि की स्थिति दुर्बल होती है या अग्नि तत्व कमजोर होता है तो ऐसे बच्चे आलसी होते हैं। ऐसे में ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बच्चों में रोजाना सूर्य की उपासना की आदत डालें तथा मूंगा रत्न धारण करने से इस समस्या से राहत मिल सकती है। साथ ही बच्चों में तेज और आत्मविश्वास बढ़ता है।
3. कमजोर मन की समस्या
मन पर असर डालने वाला ग्रह है चंद्रमा माना गया है। इसलिए यदि कुंडली में चंद्र ग्रह के साथ गुरु ग्रह भी कमजोर हो तो ऐसे बच्चे बहुत भावुक और कमजोर मन वाले माने जाते हैं। इसलिए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गायत्री मंत्र का जाप करने और पीला पुखराज धारण करने से बच्चे को लाभ मिल सकता है।