मिथुन संक्रांतिः अगले महीने 15 जून को सूर्य राशि परिवर्तन कर वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। इस महीने 15 जून गुरुवार को वृषभ संक्रांति होगी। इस दिन भगवान आदित्य की पूजा की जाएगी, भक्त सूर्य चालीसा, आदित्य हृदय स्त्रोत आदि का पाठ करेंगे। इस समय सूर्य देव की आरती गाना शुभ फलदायक होगी।
सूर्य देव की आरती (Sury Dev Ki Aarti)
जय कश्यप नंदन, ॐ जय अदिति नंदन।
त्रिभुवन तिमिर निकंदन, भक्त हृदय चंदन॥
जय कश्यप नंदन, ॐ जय अदिति नंदन। सप्त अश्वरथ राजित, एक चक्रधारी।
दु:खहारी, सुखकारी,मानस मल हारी॥
जय कश्यप नंदन, ॐ जय अदिति नंदन।
जय कश्यप नंदन, ॐ जय अदिति नंदन।
त्रिभुवन तिमिर निकंदन, भक्त हृदय चंदन॥
जय कश्यप नंदन, ॐ जय अदिति नंदन। सप्त अश्वरथ राजित, एक चक्रधारी।
दु:खहारी, सुखकारी,मानस मल हारी॥
जय कश्यप नंदन, ॐ जय अदिति नंदन।
सुर मुनि भूसुर वंदित, विमल विभवशाली।
अघ दल दलन दिवाकर, दिव्य किरण माली॥
जय कश्यप नंदन, ॐ जय अदिति नंदन। सकल सुकर्म प्रसविता, सविता शुभकारी।
विश्व विलोचन मोचन, भव बंधन भारी॥
जय कश्यप नंदन, ॐ जय अदिति नंदन।
अघ दल दलन दिवाकर, दिव्य किरण माली॥
जय कश्यप नंदन, ॐ जय अदिति नंदन। सकल सुकर्म प्रसविता, सविता शुभकारी।
विश्व विलोचन मोचन, भव बंधन भारी॥
जय कश्यप नंदन, ॐ जय अदिति नंदन।
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कमल समूह विकासक, नाशक त्रय तापा।
सेवत साहज हरतअति मनसिज संतापा॥
जय कश्यप नंदन, ॐ जय अदिति नंदन।
कमल समूह विकासक, नाशक त्रय तापा।
सेवत साहज हरतअति मनसिज संतापा॥
जय कश्यप नंदन, ॐ जय अदिति नंदन।
नेत्र व्याधि हर सुरवर, भू पीड़ाहारी।
वृष्टि विमोचन संतत, परहित व्रतधारी॥
जय कश्यप नंदन, ॐ जय अदिति नंदन। सूर्यदेव करुणाकर, अब करुणा कीजै।
हर अज्ञान मोह सब, तत्त्वज्ञान दीजै॥
जय कश्यप नंदन, ॐ जय अदिति नंदन।
वृष्टि विमोचन संतत, परहित व्रतधारी॥
जय कश्यप नंदन, ॐ जय अदिति नंदन। सूर्यदेव करुणाकर, अब करुणा कीजै।
हर अज्ञान मोह सब, तत्त्वज्ञान दीजै॥
जय कश्यप नंदन, ॐ जय अदिति नंदन।