आमतौर पर शिवलिंग में जलाभिषेक, रुद्राभिषेक करने के साथ भस्म, बेलपत्र, सफेद चंदन सहित कई चीजें उन्हें अर्पित कीी जाती हैं। लेकिन कुछ ऐसी चीजें हैं जिन्हें, शिव मंदिर में चढ़ाने से पहले इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए…
– शिवलिंग का दुग्धाभिषेक करना बेहद लाभदायी रहता है। लेकिन दुग्धाभिषेक करते समय इस बात का ध्यान रखें कि शिव जी को जल, दूध, दही आदि पंचामृत तांबे के पात्र से ही अर्पित करें, लेकिन यहां ध्यान रखें कि दूध को काफी समय पहले से तांबे के पात्र में भरकर ना रखें। क्योंकि तांबे के बर्तन में देर तक रखा हुआ दूध खराब हो जाता है। ऐसे में खराब दूध शिवलिंग को अर्पित नहीं करना चाहिए।
– जब भी शिवलिंग का अभिषेक करें तो दूध, दही, घी, शहद आदि से बना पंचामृत अर्पित करने के बाद आखिर में जल और गंगाजल अर्पित करें। अंत में जल चढ़ाने से ही जलाभिषेक पूर्ण माना जाता है। इससे महादेव खुश होते हैं और आप पर हमेशा अपनी कृपा बनाए रखते हैं।
– शिवलिंग में पूजा करने के साथ भोग के रूप में सेब, केला, अनार, अनानास जैसे कई फल चढ़ाए जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शिवलिंग के ऊपर फल नहीं रखने चाहिएं। शास्त्रों के मुताबिक शिवलिंग के ऊपर फल चढ़ाने से भार पड़ता है। ऐसे में भगवान शिव नाराज हो सकते हैं। और भगवान शिव नाराजगी आपकी किस्मत पर भारी पड़ सकती है। इसीलिए शिवलिंग से फल, वस्त्र आदि दूर ही रखना चाहिए।
– महादेव को कभी रोली या सिंदूर का तिलक नहीं लगाना चाहिए। महादेव को चंदन का तिलक बेहद प्रिय है। इसीलिए इस बात का विशेष ख्याल रखें कि महादेव को चंदन का तिलक जरूर लगाना चाहिए।
– जब भी मंदिर जाते हैं तो, भगवान के दर्शन करने के बाद भगवान की परिक्रमा की जाती है। हिंदु धर्म में सभी देवी-देवताओं की परिक्रमा करने के भी नियम बताए गए हैं। जब भी शिव मंदिर जाएं तो ध्यान रखें कि शिवलिंग की पूरी परिक्रमा न करें। जिस स्थान से दूध निर्गम का रास्ता है, वहीं पर रुक जाएं और वापस घूम जाएं। माना जाता है कि यदि शिवलिंग की पूरी परिक्रमा की जाती है तो कई तरह की बीमारियां घेर लेती हैं।
– कई लोग शिवलिंग पर दीपक जलाकर रख देते हैं। माना जाता है कि ऐसा करने से आपका भाग्य आपसे रूठ जाता है।
– शिव पुराण, स्कंद पुराण के मुताबिक महिलाओं को कभी भी जलाधारी के ऊपर जलता हुआ दीपक नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से घर-परिवार में क्लेश बना रहेगा। इसलिए कभी भी जलाधारी पर दीपक न जलाएं।
– इसी तरह अगरबत्ती या फिर धूप भी जलाधारी में न लगाएं। हमेशा शिवलिंग से दूर नीचे की ओर दीपक, अगरबत्ती और धूप जलाएं। ऐसा करने से भगवान शिव के साथ मां पार्वती की कृपा भी आप पर बनी रहती है।