पहले जहां मोदक केवल एक प्रकार होते थे। वहीं इसकी लोकप्रियता बढ़ने के साथ-साथ इसमें वेरिएशन भी आने लगा है। लोग अब नए-नए प्रकार के मोदक बनाते हैं। मोदक एक ऐसा मिष्ठान है जो गणेश चतुर्थी के दिन आपको बप्पा के मंदिर से लेकर लोगों के घरों तक देखने को मिलेगा। आज हम मोदक की सबसे ट्रेडिशनल रेसिपी को सीखेंगे। यह रेसिपी कई वर्ष पहले से महाराष्ट्र के हर घर में बनती आ रही है। गणेश चतुर्थी के अवसर पर महाराष्ट्र से लेकर पूरे देश में ट्रेडिशनल मोदक की काफी डिमांड होती है। ट्रेडिशनल यानी पारंपरिक मोदक को हम इन नामों से भी जानते हैं उकडीचे मोदक, भाप वाले मोदक, स्टीम मोदक । आइए जाने क्या है इसे बनाने की विधि –
ट्रेडिशनल मोदक ट्रेडिशनल मोदक बनाने के लिए सामग्री —चावल का आटा, गुड़, कच्चा नारियल, काजू, बादाम, किसमिस, खसखस, घी, इलाइची, नमक व पानी। बनाने की विधि सबसे पहले एक बर्तन में पानी को गर्म करें। अब पानी में एक चौथाई चम्मच नमक एवं एक चम्मच घी डालकर इसमें उबाल आने तक इसे गर्म करें। जब पानी में उबाल आ जाए तो गैस को बंद कर दें। अब इसमें चावल का आटा डालकर धीरे-धीरे चलाते हुए अच्छी तरह मिला ले। अब इस मिश्रण के तैयार होने पर इसे 5 मिनट तक ढक के रख दें।
अब कढ़ाई में खसखस डालकर धीमी आंच पर भून लें। भुने हुए खसखस को एक अन्य बर्तन में निकाल ले। अब इसी कढ़ाई में गुड को भी पिघला लें। जब गुड पिघल जाए तो घिसे हुए नारियल को मिलाकर टाइट होने तक चलाते रहें। जब मिश्रण गाढ़ा हो जाए तब इसमें भुने हुए खसखस, बारीक कटे काजू-बादाम, किसमिस व इलाइची पाउडर डाल कर अच्छी तरह मिला लें, अब गैस को बन्द कर दें। इस प्रकार मोदक में भरने के लिए मिश्रण तैयार हो गया है
अब चावल के आटे को एक बर्तन में निकालें। हल्के घी लगे हाथों से इसे नरम होने तक गूंथे।
अब इस आटे की एक लोई लेकर इसके बीच में बनाए गए मिश्रण को भरते जाएं। धीरे-धीरे हल्के हाथों से इसे मोदक का आकार दे। मोदक का आकार देने के लिए आप बाजार में उपलब्ध मोदक के सांचे का भी उपयोग कर सकते हैं।
अब इस मोदक को 20 से 25 मिनट तक भाप में पकाएं। अब मोदक एक अन्य थाल में निकाल ले। लीजिए भोग लगाने के लिए पारंपरिक मोदक तैयार हो गए हैं।