भाजयुमो का मध्यप्रदेश में चलेगा झूठ बोले कौआ काटे अभियान परिवार मजदूरी पर निर्भर आठवीं कक्षा उत्तीर्ण सीमाबाई जिले की नवाबगंज ग्राम पंचायत के उम्मेदपुरा गांव की रहने वाली है। उसका परिवार मजदूरी पर निर्भर था। अक्सर पूरे महीने मजदूरी भी नहीं मिलती थी, आर्थिक खींचतान के कारण परिवार परेशान रहता था। प्रायः परिवार चलाने के लिए पति-पत्नी को साहूकार से कर्ज लेना पड़ता था। अब जो मजदूरी से पैसा आता है, वह थोड़ा बहुत घर खर्च में काम आता और ज्यादा ब्याज में ही चला जाता, कर्ज हमेशा बना रहता। इस दौरान उम्मेदपुरा में मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े कर्मचारी आए, जिन्होंने ग्राम की महिलाओं को स्वयं सहायता समूह बनाने एवं समूह से जुड़ने के फायदे समझाएं, बात महिलाओं के समझ में आई।
400 साल पहले गुफा में मिले थे यहां पर भगवान गणेश साथ महादेव बचत राशियां जमा सीमाबाई द्वारा भी आदर्श स्वयं सहायता समूह गठित किया गया। समूह की नियमित बैठकें आयोजित की गई, बचत राशियां जमा हुई। समूह से ही ऋण लेकर सीमा ने अपनी खुद की किराना दुकान खोली जो आज उसके द्वारा बहुत अच्छे ढंग से संचालित हो रही है। परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार आ गया है, लगभग 6 से 8 हजार रूपए प्रतिमाह घर बैठे कमाई किराना दुकान से होती है। समूह का संचालन भी बहुत अच्छे से किया जा रहा है।
165 वर्ष बाद आ रहा महायोग परिवार भी खुश सीमाबाई खुश है, उसका परिवार भी खुश है। महिलाओं को स्वयं सहायता समूह के रूप में संगठित करके उनके आर्थिक स्तर को ऊंचा उठाने के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा की गई पहल की सीमाबाई एवं उसके समूह से जुड़ी महिलाएं सराहना करती हैं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री की इस पहल से निश्चित रूप से गरीब परिवारों का जीवन स्तर ऊंचा उठ रहा है और आगे चलकर परिवार एवं महिलाएं प्रगति के नए आयामों को स्थापित कर सकेंगे।