रतलाम. जम्मूतवी से मुंबई जाने वाली 12472 स्वराज एक्सपे्रस में रविवार को कुछ लोगों ने चलती ट्रेन से एक टिकट निरीक्षक को फेंकने का प्रयास किया। टीटी ने समय रहते ट्रेन की जंजीर खींचकर आरपीएफ व जीआरपी को बुलाया। घटना ट्रेन की सामान्य बोगी की है। विवाद का कारण जुर्माने के साथ दी जाने वाली रसीद पर रेलवे की सील नहीं होने के कारण टीटीई को फर्जी मानना है। घटना उजागर होने के बाद रेलवे के आला अधिकारी इसको दबाने में लग गए हैं। रविवार सुबह जम्मूतवी-बांद्रा में सादे कपड़ों में दो टीटीई पीछे की अंतिम बोगी की तरफ व टीटीई इंजन के करीब बनी बोगी की तरफ टिकट जांच के लिए गए। करीब २५ मिनट के ठहराव के बाद ट्रेन ने चलने के लिए इंजन ने सिटी बजाई। जैसे ही सिटी बजी, सादे कपड़ों में दो टीटीई आगे की तरफ सामान्य बोगी में सवार हुए। घुसते ही तमाचा अंदर घुसते ही एक टीटीई ने दरवाजे पर खडे़ यात्री को तमाचा रसीद कर दिया। कारण दरवाजे पर खड़ा होना बताया। और 500 रुपए की रसीद कटने की बात कही। इसके बाद उक्त यात्री की रसीद बनाने का क्रम शुरू हुआ। ट्रेन डाउनयार्ड भी नहीं पहुंची थी कि रसीद 180 रुपए में बनना तय हुई। रसीद देने की बारी आई तब साथ में यात्रा कर रहे सेना के एक जवान ने कह दिया कि दोनों नकली टीटी हैं, क्योकि इनके द्वारा दी जाने वाली रसीद पर रेलवे की सील नहीं है। इतना ही नहीं दोनों अपना परिचय पत्र भी नहीं दिखा सके। इसके बाद कुछ यात्रियों व दोनों टीटीई के बीच धक्का-मुक्की हो गई व टीटीई को चलती ट्रेन से बाहर फेंकने का प्रयास किया गया। हालांकि एक टीटीई ने ट्रेन की जंजीर खींच दी व हादसा होने से टल गया। इन सब से जम्मूतवी एक्सपे्रस ट्रेन मेघनगर स्टेशन करीब 31 मिनट देरी से पहुंची। बाद में पहुंची पुलिस बाद में आरपीएफ व जीआरपी को बुलाया गया, लेकिन जिस यात्री की वजह से विवाद हुआ उसने राशि जमा कर दी। इसके बाद राशि लेकर लेकर दोनों टीटीई आ गए। नहीं मिली कोई शिकायत इस प्रकार की घटना होने की सूचना टीटीई ने नहीं दी है। अगर एेसा हुआ है व परिचय पत्र भी साथ में नहीं था तो स्वयं कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी पहले ठीक से निभाएं। रसीद पर सील नहीं होने के मामले को गंभीरता से लिया जाएगा। -जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल