इस निरीक्षण में मंडल में नागदा से रतलाम का ट्रैक सबसे सुरक्षित पाया गया, जबकि मेघनगर से गोधरा तक अनेक स्थान पर सुधार की सलाह दी है। बताया जाता है कि अक्टूबर माह तक रेलवे राजधानी ट्रेन की गति को 120 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ाकर 140 से 160 किमी प्रतिघंटे की करना चाहता है। फिलहाल इसमे मंडल के कर्व या टर्न बड़ी बाधा है।
ट्रेन की गति को बढ़ाना मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार रेलवे बोर्ड सदस्य पीएस मिश्रा ने हाल ही में दो बार दिल्ली-रतलाम-मुंबई-रतलाम-दिल्ली के बीच ट्रैक का निरीक्षण किया है। इस दौरान उन्होने यात्रियों से तो बात की इसके साथ ही साथ स्टेशन का निरीक्षण भी किया। इस निरीक्षण का उद्देश्य रेलवे का इस सेक्शन में ट्रेन की गति को बढ़ाना है। बताया जाता है कि इस समय राजधानी ट्रेन व अगस्त क्रांति ट्रेन की गति 120 किमी प्रतिघंटे की अधिकतम है। इसको बढ़ाकर रेलवे 140 से 160 किमी करना चाहती है। इसके लिए ही ये पूरी कयावद की गई है।
बेहतरी पर पुरस्कार तो सुधार को भी बोला रेलवे बोर्ड सदस्य ने जहां नागदा रतलाम के बीच ट्रैक को सबसे बेहतर पाए जाने पर जहां मंडल को सामुहिक रुप से 30 हजार रुपए का पुरस्कार दिया, वही दुसरी तरफ मेघनगर से गोधरा तक के सेक्शन में अनेक स्थान पर सुधार की सलाह भी दी है। बताया जाता है कि ये सुधार मंडल को इस माह करना है। सितंबर माह में फिर से इसके लिए स्पीड ट्रायल किया जाएगा। इसके बाद ही रेलवे ट्रेन की गति बढ़ाने पर अंतिम निर्णय लेगा।
निर्णय लिया जा सकता वरिष्ठ अधिकारी जब सेक्शन में आते है तो अनेक तरह से जांच होती है। ये प्रक्रिया भी उसी का हिस्सा है। जहां तक स्पीड बढ़ाने की बात है, जल्दी ही इस बारे में वरिष्ठ कार्यालय से निर्णय लिया जा सकता है।
– आरएन सुनकर, मंडल रेल प्रबंधक
– आरएन सुनकर, मंडल रेल प्रबंधक