बता दे कि एक सप्ताह में सबसे अधिक बारिश के परेशान मंदसौर व रतलाम जिले के लोग हुए। यहां पर पूर्व सीएम शिवराज ङ्क्षसह चौहान सबसे पहले मैदान में आए। वे घुटनों – घुटनों तक पानी में डूबी फसल में किसानों के बीच चले गए। इतना ही नहीं, उन्होंने एक वाट्सएप नंबर भी किसानों के लिए जारी कर दिया। इसके बाद जिले के प्रभारी मंत्री भी मैदान में आने को मजबूर हुए। मंदसौर में प्रभारी मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा तो रतलाम जिले में प्रभारी मंत्री सचिन यादव पहुंचे।
मंदसौर में हुआ ये विवाद
मन्दसौर में बाढ़ के हालात के बाद प्रभावितों से मिलने से मिलने पंहुचे प्रभारी मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा कांगे्रस के ब्लॉक अध्यक्ष सहित अन्य सीनियर नेताओं पर भड़क गए। जमकर नेताओं व मंत्रियों में विवाद हुआ। जब समस्या बताई जा रही थी तो मंत्री ने नगर पालिका अध्यक्ष से बोल दिया कि तुम अध्यक्ष हो, तुम समस्या हल करो। मंत्री से मिलने पहुंची पूर्व विधायक पुष्पा भारती भी मंत्री के व्यवहार से नाराज होकर बोल दी कि कार्यकर्ता से मिलने बात करने का ये तरीका ठीक नहीं है।
मन्दसौर में बाढ़ के हालात के बाद प्रभावितों से मिलने से मिलने पंहुचे प्रभारी मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा कांगे्रस के ब्लॉक अध्यक्ष सहित अन्य सीनियर नेताओं पर भड़क गए। जमकर नेताओं व मंत्रियों में विवाद हुआ। जब समस्या बताई जा रही थी तो मंत्री ने नगर पालिका अध्यक्ष से बोल दिया कि तुम अध्यक्ष हो, तुम समस्या हल करो। मंत्री से मिलने पहुंची पूर्व विधायक पुष्पा भारती भी मंत्री के व्यवहार से नाराज होकर बोल दी कि कार्यकर्ता से मिलने बात करने का ये तरीका ठीक नहीं है।
रतलाम में हुआ ये मामला दूसरी तरफ रतलाम के प्रभारी मंत्री सचिन यादव बुधवार सुबह जिले में पहुंचे। जावरा के ग्राम हनुमंत्या में कांगे्रस के दो गुट आमने सामने खडे़ थे। यहां पर दोनों गुट की लड़ाई देखकर मंत्री ने सरकारी कारकेट छोड़ दिया व स्वयं ही एक वाहन को लेकर अगले गांव के लिए रवाना हो गए। बड़ी बात ये है कि दूसरी गाड़ी मंत्री यादव ने स्वयं ही चलाई। इसके अलावा ग्रामीणों की शिकायत पर एक रोजगार सहायक को निलंबीत करने के आदेश मंत्री ने दे डाले।