MUST READ : बैंक हड़ताल : कामकाज रहेगा ठप, अभी करें जरूरी काम नेहरू जी ने किया था याद भाटी के अनुसार उनके पिता की डायरी में इस बात का उल्लेख है कि स्वतंत्रता आंदोलन में गुजरात व महाराष्ट्र जाते समय नर्द दिल्ली से जब महात्मा गांधी व पंडित नेहरू ट्रेन से निकले तो पूर्व सूचना के आधार पर काफी भीड़ हो गई। यहां तक की जब महात्मा गांधी अपने डिब्बे से बाहर आए तो भारत माता की जय के जमकर नारे लगाए गए। हालात ये हो गई की पंडित नेहरू को ये कहना पड़ा की महात्मा गांधी जी आप लोगों को महत्वपूर्ण बात कहना चाहते है। आप लोग इनकी बात पर ध्यान दों। इसके बाद भी नारें लगते रहे।
MUST READ : रतलाम के तीन युवक माही नदी में डूबे IMAGE CREDIT: Patrika पिताजी से जब मिले महात्मा गांधी भाटी ने बताया कि बाद में रेलवे स्टेशन पर ही पङ्क्षडत नेहरू ने पिताजी को याद किया। हजारों की भीड़ में से पिताजी को बुलाया गया। इसके बाद पंडित नेहरू ने महात्मा गांधी जी से पिताजी को मिलवाया व रतलाम में चल रहे स्वतंत्रता आंदोलन के बारे में पूरी जानकारी ली। महात्मा गांधी ने साथियों के बारे में सवाल किया। इसके बाद रतलाम की सद्भावना की जमकर तारीफ महात्मा गांधी जी ने की। इतना ही नहीं, गांधी जी ने कई बार देश में इस बारे में बताया कि रतलाम सबसे बेहतर शहर है, यहां पर सभी मिलजुलकर रहते है।
MUST READ : एक रोटी के लिए 90 मिनट इंतजार IMAGE CREDIT: lali koshta बाद में सुभाष भी आए थे रतलाम भाटी ने बताया कि करीब 20 मिनट तक ट्रेन स्टेशन पर रही, हालांकि पिताजी की डायरी में इस बात का उल्लेख नहीं है कि वो ट्रेन कौन सी थी, लेकिन महात्मा गांधी व पंडित नेहरू जी के बाद आंदोलन के बारे में जानकारी लेने के लिए सुभाषचंद्र बोस भी रतलाम आए थे। यहां पर पूरा दिन रहने के बाद उन्होंने प्रयास किया था कि उनको कुछ लड़के उनकी सेना के लिए मिल जाए। बता दे कि महात्मा गांधी ने कई बार रतलाम का उल्लेख अपने जीवन में किया है।