सर्वे में किए थे अनेक सवाल सर्वे करने वाले दल में दो से तीन सदस्य शामिल थे। ये लोग रेलवे स्टेशन पर आकर यात्रियों से मिले थे व उनसे २० अलग-अलग नंबर वाले सवाल किए थे। इन सवाल में यात्रियों से जानकारी ली गई थी कि वे स्टेशन की सफाई से कितने संतुष्ठ है। इसके अलावा ट्रैक, ट्रैन आदि की सफाई के बारे में भी सवाल किए गए थे। बड़ी बात ये है कि देशभर में लोकसभा में कायदों का पाठ पढ़वाने वाली लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के इंदौर का नंबर कुछ बेहतर न पिछली बार था न इस बार आया है। जबकि मुख्यमंत्री शिवराजङ्क्षसह चौहान के विदिशा ने भी इसमे जगह बनाने में सफलता पाई है। पश्चिम रेलवे की सूची देखे तो इसमे 28 स्टेशन शामिल है जिनमे सूरत, बड़ोदरा, अहमदाबाद आदि है। जबकि पश्चिम मध्य रेलवे की सूची में कोटा से लेकर अन्य कुल 17 स्टेशन शामिल है। बेहतर बात ये है कि जहां पश्चिम रेलवे अपनी पिछली बार की स्थिति पांच को कायम रखे रहा वही पश्चिम मध्य रेलवे ने इसमे बड़ा सुधार किया है। पिछली बार पश्चिम मध्य रेलवे जहां 13वें नंबर पर था वही इस बार 9वें नंबर पर आया है। इतना ही नहीं, इस जोन ने अपने 4 स्टेशनों की सफाई में बेहतर कार्य किया है।
भोपाल ने सुधारी अपनी सेहत भारतीय रेलवे ने जो सूची जारी की है उसमे वर्ष 2018 में दिए गए कुल नंबर के अलावा उसी स्टेशन के वर्ष 2017 में क्या हाल थे ये भी बताया गया है। इसके अनुसार देखे तो प्रदेश में सिर्फ भोपाल रेलवे स्टेशन एेसा रहा जिसने अपनी स्थिति में सुधार किया। वर्ष 2017 में भोपाल को 499.02 नंबर मिले थे, जबकि वर्ष 2018 में 833.06 नंबर मिले है। इसके अलावा राज्य की संस्कार राजधानी जबलपुर को 226.64 तो ग्वालियर को 203.00 नंबर मिले है। भोपाल जहां 407 स्टेशनों की सूची में 30वें क्रम पर है तो जबलपुर 51वें नंबर पर रहा। जबकि ग्वालियर 73वें नंबर पर आया है।
ये है स्टेशनों की सेहत के नंबर स्टेशन-कुल नंबर-रेंक इंदौर-303.96-33 नागदा-287.52-92 रतलाम-291.49-108 दमोह-244.36-109 सतना-213.74-116 उज्जैन-250.27-119 रीवा–235.51-153 पिपरिया-240.67-171 होशंगाबाद-207.38-254 विदिशा-147.33-303 ग्वालियर-203-71 जबलपुर-226.64-51
भोपाल-833.6-30