यह है योजना
133 किमी लंबी 918 करोड़ लागत की नीमच – रतलाम रेल लाइन दोहरीकरण योजना को वर्ष 2018- 2019 में मंजूरी दी गई थी। अब लागत बढ़कर 1095.88 करोड़ रुपए हो गई। इसके लिए 7.30 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण कर लिया गया है। रेलवे इस योजना में 18 स्टेशन पर काम करेगी, लेकिन बड़ा काम 6 नए स्टेशन बनाने का होगा। साथ ही 31 बड़े और 133 छोटे ब्रिज भी बनाए जाएंगे।
133 किमी लंबी 918 करोड़ लागत की नीमच – रतलाम रेल लाइन दोहरीकरण योजना को वर्ष 2018- 2019 में मंजूरी दी गई थी। अब लागत बढ़कर 1095.88 करोड़ रुपए हो गई। इसके लिए 7.30 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण कर लिया गया है। रेलवे इस योजना में 18 स्टेशन पर काम करेगी, लेकिन बड़ा काम 6 नए स्टेशन बनाने का होगा। साथ ही 31 बड़े और 133 छोटे ब्रिज भी बनाए जाएंगे।
यह है लक्ष्य
– नीमच से दलोदा तक 63.49 किमी के रेल मार्ग को दिसंबर 2023 में पूरा करना।
– दलोदा बड़ायला चौरासी तक के 45.05 किमी लंबे रेल मार्ग को दिसंबर 2024 तक।
– बड़ायला चौरासी से रतलाम तक के 24.38 किमी लंबे रेल मार्ग को दिसंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
– नीमच से दलोदा तक 63.49 किमी के रेल मार्ग को दिसंबर 2023 में पूरा करना।
– दलोदा बड़ायला चौरासी तक के 45.05 किमी लंबे रेल मार्ग को दिसंबर 2024 तक।
– बड़ायला चौरासी से रतलाम तक के 24.38 किमी लंबे रेल मार्ग को दिसंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
इस तरह बदलेगा मालवा
– ट्रेन की गति बढ़ेगी, नई ट्रेनें मिलेगी।
– लदान में भी वृद्धि होगी।
– इंदौर, उज्जैन, धार, देवास, रतलाम, मंदसौर, नीमच के कारोबारियों को माल के आयात-निर्यात में सुविधा मिलेगी।
– रतलाम में लाजस्टिक हब बनने के काम में गति आई है।
– प्रदेश का एकमात्र टेक्सटाइल्स पार्क भी यही बनना है। नए निवेशक रतलाम सहित मालवा में आने को उत्सुक होंगे।
– रतलाम में 250 करोड़ रुपए के निवेश से रेनकोट निर्माण उद्योग के लिए भूमि का आवंटन होना है।
– नीमच के सीमेंट उद्योग को गति मिलेगी
– दिल्ली, मुंबई व देश के अन्य बड़े और व्यापारिक शहरों से क्षेत्र का सीधा जुड़ा होगा
– मंदसौर की फल औषधि व मसाला की खेती को पंख लग सकेंगे।
– उद्यानिकी से जुड़े उद्योग आने की संभावना भी बढ़ेगी।
– दिल्ली मुंबई के बीच की दूरी भी इस दोहरीकरण के साथ कम होगी
– ट्रेन की गति बढ़ेगी, नई ट्रेनें मिलेगी।
– लदान में भी वृद्धि होगी।
– इंदौर, उज्जैन, धार, देवास, रतलाम, मंदसौर, नीमच के कारोबारियों को माल के आयात-निर्यात में सुविधा मिलेगी।
– रतलाम में लाजस्टिक हब बनने के काम में गति आई है।
– प्रदेश का एकमात्र टेक्सटाइल्स पार्क भी यही बनना है। नए निवेशक रतलाम सहित मालवा में आने को उत्सुक होंगे।
– रतलाम में 250 करोड़ रुपए के निवेश से रेनकोट निर्माण उद्योग के लिए भूमि का आवंटन होना है।
– नीमच के सीमेंट उद्योग को गति मिलेगी
– दिल्ली, मुंबई व देश के अन्य बड़े और व्यापारिक शहरों से क्षेत्र का सीधा जुड़ा होगा
– मंदसौर की फल औषधि व मसाला की खेती को पंख लग सकेंगे।
– उद्यानिकी से जुड़े उद्योग आने की संभावना भी बढ़ेगी।
– दिल्ली मुंबई के बीच की दूरी भी इस दोहरीकरण के साथ कम होगी
मानूसन के बाद शुुरुआत
नीमच – रतलाम रेल सेक्शन के दोहरीकरण के लिए योजना को अंतिम रुप दिया जा रहा है। मानसून के बाद सेक्शन में काम की शुरुआत होगी।
– खेमराज मीणा, जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल
नीमच – रतलाम रेल सेक्शन के दोहरीकरण के लिए योजना को अंतिम रुप दिया जा रहा है। मानसून के बाद सेक्शन में काम की शुरुआत होगी।
– खेमराज मीणा, जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल
अर्थ व्यवस्था मजबूत होगी
रेलवे ने चित्तौडग़ढ़ से नीमच तक रेल लाइन का दोहरीकरण कार्य कर दिया है। इसी वर्ष नीमच से रतलाम तक इस कार्य को शुरू होना है। न सिर्फ रतलाम संसदीय क्षेत्र में, बल्कि मालवा की अर्थ व्यवस्था में सकारात्मक बदलाव इस योजना के पूरे होने के बाद आएगा।
– गुमान सिंह डामोर, सांसद रतलाम संसदीय क्षेत्र