पहनावे और बोल-चाल से लगते मंदिर के कर्मचारी
वैष्णवजनों को दर्शन कराने के नाम पर लूटने वाले लपके पहनावे, बोल-चाल और व्यवहार से मंदिर मंडल के कर्मचारी लगते हैं, जबकि ऐसा होता नहीं है। लपके बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को भांप लेते हैं और उनके पास पहुंच जाते हैं। इसमें कई बुजुर्ग श्रद्धालु इनके झांसे में आ जाते हैं। कई बार यह वैष्णवजन को भ्रमित भी करते हैं।केस 1 : डायरेक्ट ले जाएंगे अंदर, कोई नहीं रोकेगा
रिपोर्टर के चौक में कुछ आगे बढ़ते ही सुरेश (बदला हुआ नाम) नामक युवक हमारे पास आता है। वह कहता है कि दर्शन के लिए लबी लाइनें लगी हुई है, हम आप दोनों को दर्शन के लिए डायरेक्ट अंदर ले जाएंगे, वीआई में तो चार्ज देना पड़ेगा, लेकिन हम आप दोनों को 100-100 रुपए में अच्छे से दर्शन करा देंगे। इसके साथ ही वह कहता है कि दर्शन कुछ ही देर में बंद होने वाले है, सुबह भी कई लोग दर्शन से वंचित रह गए हैं।केस 2 : बिना टिकट सीधे अंदर 500 रुपए लगेंगे
राजस्थान पत्रिका के रिपोर्टर के मंदिर के बाहर चौक में पहुंचते ही रमेश (बदला हुआ नाम) नामक युवक पास आता है। वह आते ही वीआईपी दर्शन में प्रत्येक व्यक्ति का 550-550 रुपए लगने की बात कहता है। युवक कहता है कि आप लोगों को बिना टिकट के अंदर दर्शन करा देंगे। वीआईपी में तो समय लगेगा। पूरा मंदिर भी घूमा देंगे आप दोनों के 500 रुपए लगेंगे। इस पर हम अन्य साथियों को लेकर आने की बात कहकर हम वहां से चल देते हैं।लपकों ने पिछले साल जिला कलक्टर को नहीं छोड़ा
पिछले साल अगस्त माह में तत्कालीन जिला कलक्टर नीलाभ सक्सेना श्रीनाथजी की राजभोग झांकी के दर्शन करने नाथद्वारा पहुंचे। इस दौरान उनकी गाड़ी न्यू कॉटेज परिसर में खड़ी हुई और वह पैदल ही चौपाटी क्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे कि वहां एक लपके ने उनसे ही पूछ लिया कि वीआईपी दर्शन करवा दूं क्या? 50 रुपए लगेंगे, जिला कलक्टर ने कुछ पल के लिए लपके की ओर देखा ही था कि पीछे से आ रहे उनके गार्ड ने युवक को टोक दिया। चौपाटी पर मौजूद पुलिसकर्मी ने युवक को पकड़ लिया और थाने ले गए।मंदिर मंडल को यह करना चाहिए
मंदिर मंडल की ओर से लपकों से सावधान के जगह-जगह बोर्ड लगाए जाने चाहिए नाथद्वारा में प्रवेश से लेकर मंदिर तक जानकारी के बोर्ड अथवा होर्डिग्स लगाए जाने चाहिएवीआईपी दर्शन के लिए राशि निर्धारित, लपकों पर करेंगे कार्रवाई
मंदिर मंडल की ओर से वीआईपी दर्शन के लिए 350 रुपए निर्धारित कर रखे हैं। इसके लिए ऑनलाइन सुविधा के साथ काउंटर भी बनाए गए हैं। इसके अलावा वीआईपी दर्शन अथवा ठाकुरजी के समुख दर्शन के नाम पर झांसा देकर कोई पैसा लेता है तो वह गलत है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इनका मंदिर मंडल से कोई लेना देना नहीं हैं।महिपाल भारद्वाज, सीईओ मंदिर मंडल नाथद्वारा