युवती के परिजनों पर आरोप
इस मामले को लेकर कालूसिंह के परिवार व ग्रामीणों ने युवती के परिवारजनों पर आरोप लगाया कि प्रेमिका ने स्वयं उस पर हमला करवाया। चाकू से उन्होंने स्वयं वार नहीं किए थे। लेकिन, पुलिस ने लम्बे समय बाद भी कालूसिंह के बयान तक दर्ज नहीं किए। इसको लेकर ग्रामीणों ने पुलिस के प्रति आक्रोश जताते हुए शव को थाना परिसर में रखकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही खरवड समाज के लोगों ने थाने में धरना-प्रदर्शन किया तथा युवक की मौत का जिम्मेदार युवती के परिवारजनों को ठहराया। उन्होंने उन्हे गिरफ्तार करने की मांग की। वहीं, पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस ने कालू सिंह के बयान क्यों नहीं लिए। इसको लेकर थाने पर शाम 4 बजे तक धरना-प्रदर्शन जारी था, जिसके कारण शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। डबल इंजन की सरकार, फिर कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व की घोषणा का इंतजार थानाधिकारी बोले, इसलिए रूक गई कार्रवाई
मामले में थानाधिकारी गोवर्धन सिंह राव ने बताया कि युवती के परिजनों की रिपोर्ट आई थी, जिसकी जांच चल रही है। वहीं, कालूसिंह की भाभी पूनम कंवर ने भी रिपोर्ट दी थी, मगर गवाह लाने के लिए कहा तो कोई गवाह के लिए तैयार नहीं हुआ इसलिए कार्रवाई रुक गई। इस बीच कुंभलगढ़ के पुलिस उप अधीक्षक ज्ञानेंद्रसिंह राठौड़ भी चारभुजा थाने पहुंचे तथा परिवार जनों से समझाइस की। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद जो रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। चारभुजा तहसीलदार राजेश कुमार शर्मा भी धरना स्थल पर पहुंचे तथा समझने की कोशिश की, लेकिन किसी तरह का मामला नहीं बैठा। धरना स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात था।
प्रेम प्रसंग का मामला
घटना दो माह पुरानी, प्रेमी दो माह से उदयपुर एमबी अस्पताल में भर्ती रहा, सप्ताह पूर्व ठीक होने के बाद घर आया, जिसकी रविवार को मौत हो गई, शव को परिवार व जाति समाज के लोगों ने थाने परिसर में रख दिया, पुलिस ने उठाकर मोर्चरी में रखवाया, थाने में धरना प्रदर्शन जारी है।