राजसमन्द लोकसभा सीट की भाजपा प्रत्याशी महिमा कुमारी एक महिला प्रत्याशी हैं, लेकिन वह चुनावी चुनौतियों के मद्देनजर अपना घर सुबह 7 बजे ही छोड़ देती हैं। हर दिन एक तय कार्यक्रम के मुताबिक वह शनिवार को सुबह 8 बजे ही नाथद्वारा-राजसमंद विधानसभा क्षेत्र के गांवों का सफर करते हुए रेलमगरा क्षेत्र में पहुंच गईं।
उन्हें साथ मिला राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी का। रेलमगरा उपखण्ड क्षेत्र के पछमता और गिलूण्ड का उन्होंने अनथक दौरा शुरू किया, जो शाम को बीसियों किलोमीटर के सफर के बाद राजसमंद शहर में जाकर खत्म हुआ। बेतहाशा गर्मी के बीच वह गांवों में पहुंचीं और वोट मांगे।
सांसद प्रत्याशी महिमा कुमारी सुबह करीब 8 बजे पछमता पहुंचीं, जहां लोगों से रामा-सामी करते हुए काबरा, कोटड़ी, खड़बामणिया, पनोतिया का दौरा पूरा किया। 10 बजे गिलूण्ड पहुंचीं। उनके साथ विधायक माहेश्वरी ने बस स्टैण्ड पर दुकानों, घर-गलियों में जाकर लोगों से समर्थन मांगा। मुख्य बस स्टैण्ड पर स्थित एक होटल पर पहुंच प्रत्याशी व विधायक ने खुद ने कार्यकर्ताओं के लिए चाय उबाली।
मौके पर उपस्थित विधायक दीप्ति ने भट्टी को हवा देने के लिए पंखा चलाया तो सांसद प्रत्याशी ने भट्टी पर तपेली में चाय उबालते हुए उसमें चम्मच घुमाया। इतना ही नहीं, उन्होंने चाय को जग में छानकर ग्लास में भरकर कार्यकर्ताओं व आम लोगों को चुस्कियां लेने की पेशकश की। कस्बे के माणक चौक में एक छोटी जनसभा को संबोधित करने के बाद पछमता के विभिन्न मोहल्लों में पहुंचीं। दोपहर उनका कारवां कुरज पहुंचा।
मार्ग में जीतावास, जूणदा और लापस्या को नापते हुए वह दोपहर दो बजे पीपली अहिरान में दस्तक दे गईं। चौकड़ी, गोगाथला के बाद शाम 4 बजे मोही, एमड़ी, भाटोली और राज्यावास पीपली आचार्यन के रास्ते पर आगे बढ़ीं। शाम सात बजे कांकरोली में गणगौर महोत्सव में भारी भीड़ के बीच मौजूदगी दर्ज कराने पहुंचीं।
भाषणों में बोलीं- सदियों पुराना रिश्ता
भाषणों में उन्होंने मेवाड़ पूर्व राज परिवार की सदस्य होने की दुहाई दी और कहा कि लोगों से रिश्ता सदियों पुराना है। पूर्वजों की तरह सभी को साथ लेकर चलने का दावा किया।