वन विभाग ने यह किया काम
– टाइगर रिजर्व में वन्यजीवों की संख्या बढ़ाने के लिए 40 चीतल रनकपुर मोरडिय़ा एन्कोल्जर में बढ़े हो रहे हैं। इन्हें जंगल में छोड़ा जाएगा।
– वन्यजीवों के लिए ग्रासलैंड को बढ़ाया जा रहा है। वहां पर लगे बबूल को हटाकर ग्रासलैंड बढ़ाया जा रहा है। इससे वन्यजीवों को चारा आदि मिल सके।
– वन्यजीवों को पानी उपलब्ध कराने के लिए कई जगह एनिकट, चौकड़ी आदि बनवाए गए हैं। इसके साथ ही एनजीओ के माध्यम से सोलर पंप लगाए गए हैं। इससे पानी के कुंड आदि भरे रह सकेंगे।
– वन विभाग ने पाली, उदयपुर और राजसमंद जिला कलक्टर को जमीन अधिग्रहण के लिए पत्र लिखा। इसमें डीएलसी दर से प्रभावितों को मुआवजा देने की बात भी कही गई है।
राज्य सरकार प्रस्ताव को डाल रही ठंडे बस्ते में
गत दिनों सांसद दीया कुमारी ने बांदीपुर टाइगर रिजर्व में 22 वीं एनटीसीए की बैठक में भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने की थी। बैठक में सांसद ने कुंभलगढ़ को टाइगर रिजर्व घोषित करने की मांग को फिर रखा। इस पर एनटीसीए के अधिकारियों एवं केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने बताया की एनटीसीए के द्वारा दो बार राज्य सरकार को पत्र लिखने के बावजूद राज्य सरकार इसका प्रस्ताव केंद्र सरकार को नहीं भेज रही है। यह प्रस्ताव पिछले 2 सालों से राज्य सरकार के द्वारा लटकाया जा रहा है, जबकि एनटीसीए की विशेषज्ञ कमेटी ने 2 वर्ष पूर्व ही अपनी रिपोर्ट दे दी थी। रिपोर्ट में कुंभलगढ़ को टाइगर रिजर्व के लिए उपयुक्त माना गया था। लेकिन न जाने क्यों राज्य सरकार हर बार इस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल देती है।
वन्यजीवों की संख्या बढ़ाने के कर रहे प्रयास
कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व के ठंडे बस्ते में जाने की कोई बात नहीं है। वन विभाग की ओर से कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व के लिए वन्यजीवों की संख्या बढ़ाने के लिए चीतल लाए गए है। ग्रासलैंड तैयार किया जा रहा है। पानी की व्यवस्था करने सहित मुख्यालय से मिले दिशा-निर्देशों के अनुसार काम करवाए जा रहे हैं।
– ए. के. गुप्ता, उप वन संरक्षक, राजसमंद
– टाइगर रिजर्व में वन्यजीवों की संख्या बढ़ाने के लिए 40 चीतल रनकपुर मोरडिय़ा एन्कोल्जर में बढ़े हो रहे हैं। इन्हें जंगल में छोड़ा जाएगा।
– वन्यजीवों के लिए ग्रासलैंड को बढ़ाया जा रहा है। वहां पर लगे बबूल को हटाकर ग्रासलैंड बढ़ाया जा रहा है। इससे वन्यजीवों को चारा आदि मिल सके।
– वन्यजीवों को पानी उपलब्ध कराने के लिए कई जगह एनिकट, चौकड़ी आदि बनवाए गए हैं। इसके साथ ही एनजीओ के माध्यम से सोलर पंप लगाए गए हैं। इससे पानी के कुंड आदि भरे रह सकेंगे।
– वन विभाग ने पाली, उदयपुर और राजसमंद जिला कलक्टर को जमीन अधिग्रहण के लिए पत्र लिखा। इसमें डीएलसी दर से प्रभावितों को मुआवजा देने की बात भी कही गई है।
राज्य सरकार प्रस्ताव को डाल रही ठंडे बस्ते में
गत दिनों सांसद दीया कुमारी ने बांदीपुर टाइगर रिजर्व में 22 वीं एनटीसीए की बैठक में भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने की थी। बैठक में सांसद ने कुंभलगढ़ को टाइगर रिजर्व घोषित करने की मांग को फिर रखा। इस पर एनटीसीए के अधिकारियों एवं केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने बताया की एनटीसीए के द्वारा दो बार राज्य सरकार को पत्र लिखने के बावजूद राज्य सरकार इसका प्रस्ताव केंद्र सरकार को नहीं भेज रही है। यह प्रस्ताव पिछले 2 सालों से राज्य सरकार के द्वारा लटकाया जा रहा है, जबकि एनटीसीए की विशेषज्ञ कमेटी ने 2 वर्ष पूर्व ही अपनी रिपोर्ट दे दी थी। रिपोर्ट में कुंभलगढ़ को टाइगर रिजर्व के लिए उपयुक्त माना गया था। लेकिन न जाने क्यों राज्य सरकार हर बार इस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल देती है।
वन्यजीवों की संख्या बढ़ाने के कर रहे प्रयास
कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व के ठंडे बस्ते में जाने की कोई बात नहीं है। वन विभाग की ओर से कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व के लिए वन्यजीवों की संख्या बढ़ाने के लिए चीतल लाए गए है। ग्रासलैंड तैयार किया जा रहा है। पानी की व्यवस्था करने सहित मुख्यालय से मिले दिशा-निर्देशों के अनुसार काम करवाए जा रहे हैं।
– ए. के. गुप्ता, उप वन संरक्षक, राजसमंद