राजसमंद

25 किलो शक्कर और 15 किलो घी डालकर, तिरपाल से ढककर किया अंतिम संस्कार, भर आई सभी की आंखे

Rajsamand जिले के कुंवारिया तहसील क्षेत्र में स्थित बिनोल ग्राम पंचायत के गांव करणपुरिया कें मोक्ष धाम में टीनशेड नहीं होने से अंतिम संस्कार के क्रिया क्रम में आमजन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है…

राजसमंदJul 05, 2019 / 01:14 pm

dinesh

राजसमंद/कुंवारिया। राजसमंद ( Rajsamand ) जिले के कुंवारिया तहसील क्षेत्र में स्थित बिनोल ग्राम पंचायत के गांव करणपुरिया कें मोक्ष धाम में टीनशेड नहीं होने से अंतिम संस्कार के क्रिया क्रम में आमजन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ( rain in rajasthan ) करणपुरिया निवासी पेमा जी की शुक्रवार को मृत्यु होने पर 15 किलो घी एवं 25 किलो शक्कर डालकर उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान पहले से ही गम में रहे लोगों की आंखे फिर से भीग गई।
सुबह से बारिश ( Rain ) का दौर प्रारंभ होने से अंतिम संस्कार की लकडिय़ां भी गिली थी। ग्रामीण घी शक्कर डालकर अंतिम संस्कार करने को विवश है। मोक्ष धाम में किसी प्रकार की छाया नहीं होने से अंतिम संस्कार करने में जहां रुकावट आ रही है वहीं आमजन को यहां वहां दुबक कर बैठ कर बारिश से बचाव करने को विवश होना पड़ रहा है।
ग्रामीण विगत काफी समय से तीन शेड लगाने की मांग कर रहे हैं। ग्रामीण गणेश लाल गुर्जर शंकर लाल गुर्जर नाथू लाल गुर्जर नारायण लाल गुर्जर छगन लाल गुर्जर मोहनलाल गुर्जर, मांगीलाल गुर्जर, देवीलाल गुर्जर, भंवर लाल गुर्जर आदि ग्रामीणों ने बताया कि गांव के मोक्षधाम पर तीन सेट की सख्त आवश्यकता है ताकि खासतौर से वर्षा के दौरान अंतिम संस्कार में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
बिनोल सरपंच सोहनी देवी गुंजल ने बताया कि करणपुरिया गांव के मोक्ष धाम में टीन शेड लगाने के लिए प्रस्ताव ले रखा है स्वीकृति मिलते ही शीघ्र ही कार्य प्रारंभ कराया जाएगा।


पहली बारिश में खुली स्वच्छता अभियान की पोल
खिरनी कस्बे में मानसून ( monsoon 2019 ) की पहली बारिश में स्वच्छता अभियान की पोल खुल गयी है। ग्रामीणों ने बताया कि ब्रह्मपुरी मीणा मोहल्ले में 7 महीने पहले ग्राम पंचायत में सडक़ निर्माण कराया था इस दौरान नाली निर्माण में खामियां होने के कारण घरों का गंदा पानी एवं बरसात का पानी यहां आकर इक_ा हो रहा है। जिससे लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।

Hindi News / Rajsamand / 25 किलो शक्कर और 15 किलो घी डालकर, तिरपाल से ढककर किया अंतिम संस्कार, भर आई सभी की आंखे

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.