बता दें कि जोशीलमती सोसाइटी अंतर्गत जोशीलमती, गर्रापार, खोरा टोला, कोलियारी, कोलिहा लमती, पठानढ़ोडग़ी, दतरेंगा टोला, हर्रा टोला, केसाल, मावलीचुवा, दैहान आदि गांव के किसान आते हैं, जो कृषि संबंधी रबी एवं खरीफ सीजन का खाद बीज नगद लेनदेन उक्त समिति से करते हैं।
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प्रबंधक पर निलंबन की हुई थी कार्रवाई उक्त समिति के समिति प्रबंधक के खिलाफ समिति के कृषक सदस्यों द्वारा आरोप लगाया गया था कि समिति प्रबंधक के पद पर होते हुए भी अपने नाम से जीवन बीमा कंपनी का एजेंसी लेकर रखा है और किसानों को जीवन बीमा करवाने के लिए दबाव बनाया जाता था। धान खरीदी के समय अच्छे धान को खराब बताकर धान के एवज में धान खरीदी के समय मोटी रकम की मांग करता है। रबी एवं खरीफ कृषि ऋण के समय ऋण के एवज में राशि की मांग करने की शिकायत सामने आई थी। इन सभी बिंदुओं पर मिले शिकायत की जांच में प्रबंधक दोषी पाए गए। इसके बाद उप पंजीयक द्वारा कार्रवाई करते हुए समिति प्रबंधक को निलंबित कर दिया गया था। उक्त प्रबंधक को रुपयों का लेनदेन कर फिर से बहाल कर दिया गया है। इसे लेकर किसानों में रोष का माहौल है।
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ज्ञापन सौंपकर जताई नाराजगी आक्रोशित सभी किसानों द्वारा एक बार फिर से 24 नवंबर 2023 को कलेक्टर, अनुविभागीय अधिकारी, उप पंजीयक कार्यालय राजनांदगांव को हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपा गया है, जिसमें संबंधित प्रबंधक को पद से बर्खास्त नहीं करने पर 30 नवम्बर गुरुवार को सोसायटी में तालाबंदी कर चक्काजाम करने की चेतावनी दी गई है।
छह-सात महीने जोशीलमती के प्रबंधक को निलंबित किया गया है, जिन्हें अभी बहाल नहीं किया गया है। समिति को पत्र लिखकर निर्णय लेने कहा गया है।
– डॉ. शिल्पा अग्रवाल, उप पंजीयक सहकारी संस्था
– डॉ. शिल्पा अग्रवाल, उप पंजीयक सहकारी संस्था