यह भी पढ़ें: CG Dhan Kharidi: धान खरीदी केंद्र पहुंच धान का वजन करते नजर आए पूर्व मंत्री, देखें VIDEO बता दें कि जिले में 96 उपार्जन केंद्रों में रोजाना औसतन एक लाख क्विंटल से अधिक का धान की खरीदी हो रही है, लेकिन उठाव महज 25 से 30 हजार क्विंटल का ही हो पा रहा है। खरीदी के अनुपात में उठाव नहीं होने के चलते ही सोसाइटियों में धान जाम की स्थिति बनी हुई है। ऐसी स्थिति इसलिए बनी हुई है, क्योंकि जिले के मिलर अब तक धान उठाव की शुरुआत नहीं किए हैं। प्रशासन 150 गाड़ियों से संग्रहण केंद्रों के लिए धान उठाव का दावा कर रहा, लेकिन उठाव के आंकड़े खरीदी के अनुपात में 70 फीसदी पीछे है। जबकि धान खरीदी अधिनियम के तहत सोसाइटियों से 72 घंटे के भीतर धान का उठाव करना है।
दावों व आंकड़ाें में अंतर
राजनांदगांव जिले में अब तक 47 हजार 57 किसानों से 23 लाख 66 हजार 9 सौ क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। इसके विरूद्ध उठाव अब तक 99 हजार 938 क्विंटल ही हो पाया है, जो कि बेहद चिंता जनक है। प्रशासन का दावा है कि 40 मिलरों ने उठाव के लिए पंजीयन कराया है, उन्हें उठाव की अनुमति देने के लिए मार्कफेड की प्रक्रिया जारी है। जल्द ही वे उठाव करेंगे। फिलहाल जिला प्रशासन के दावों और आंकड़ों में बहुत ज्यादा अंतर है।रखरखाव को लेकर परेशानी
सहकारी समिति संघ के प्रदेश पदाधिकारी ईश्वर श्रीवास ने बताया कि उपार्जन केंद्रों में पड़े धान के रख-रखाव को लेकर समिति प्रबंधकों की चिंता बढ़ गई है। शासन-प्रशासन द्वारा उठाव को लेकर शुरुआत से ही ध्यान नहीं दिया गया। यही कारण है कि अब तक मिलरों द्वारा उठाव शुरू नहीं हो पाया है। महज संग्रहण केंद्रों के लिए ही टीओ जारी हो रहा है। ऐसे में संघ के पदाधिकारी और समिति प्रबंधक सोमवार से सभी केंद्राें में खरीदी बंद को लेकर विचार कर रहे हैं। यदि खरीदी बंद होती है, तो किसानों की परेशानी बढ़ जाएगी। हालांकि समिति मजबूरीवश खरीदी बंद करने के लिए बाध्य हो रहे हैं।नए जिलों में भी यही हाल
नव निर्मित जिला मानपुर-मोहला-अंबागढ़ चौकी और खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में भी कमाबेश यही स्थिति बनी हुई है। उन जिलों के कई केंद्रों मं अब तक उठाव को लेकर बोहनी नहीं हुई है। ऐसे में सोसाइटी प्रबंधकों की परेशानी बढ़ गई है। केसीजी जिले में अब तक 24 हजार 78 किसानों से 13 लाख 1 हजार 811 क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। जबकि उठाव महज एक लाख 22 सौ क्विंटल ही हो पाया है। उधर एमएमएसी जिले में अब तक 12 हजार 9 सौ किसानों से 6 लाख 30 हजार 543 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। वहीं इसके विरूद्ध उठाव मात्र 15 हजार 180 क्विंटल ही हो पाया है। राजनांदगांव खाद्य अधिकारी रविंद सोनी ने कहा जिले के चार संग्रहण केंद्रों के लिए 150 गाड़ियों से रोजाना धान का उठाव किया जा रहा है। मिलरों को डीओ जारी करने के लिए प्रक्रिया जारी है। जल्द ही प्रक्रिया पूरी होगी और वे भी उठाव करेंगे, तो स्थिति में सुधार आ जाएगी। फिलहाल ज्यादा जाम वाले केंद्रों को टारगेट करते हुए उठाव किया जा रहा है। खरीदी बंद की नौबत नहीं आएगी।