शहर आऊटर वार्ड व निचली बस्तियों के नलों में लंबे समय से गंदा और बदबूदार पानी आ रहा है। लोगों द्वारा गंदा पानी आने की शिकायत निगम प्रशासन से की जा रही है, लेकिन निगम के अफसर मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। निगम की अनदेखी से लोग पीलिया व डायरिया जैसे जानलेवा बीमारी के शिकार हो रहे हैं।
यह भी पढ़ें
छत्तीसगढ़ में डायरिया का कहर! 70 से अधिक ग्रामीण की बिगड़ी तबियत, अब तक इतनों की मौत
Jaundice case: बर्फ गोला व पैकेट बंद पेप्सी से भी फैल रही बीमारी
गर्मी के दिनों में बर्फ गोला व पैकेटबंद पेप्सी की जमकर बिक्री हो रही है। फैक्ट्रियों में तैयार हो रहे बर्फ गोला व पैकेट बंद पेप्सी अमानक स्तर के पानी से बन रहे हैं। बच्चे इसका सेवन कर पीलिया के शिकार हो रहे हैं। इसके अलावा शहर में पानी जार का चलन है। घरों में हो रहे शादी सहित अन्य समारोह से लेकर सरकारी व प्राइवेट दफ्तरों में भी पानी का जार मंगाया जा रहा है। जार के पानी की मानक का कहीं पर भी जांच नहीं हो रही है। फैक्ट्री संचालक अमानक पानी को बेच रहे हैं। ऐसे में इसे पीने वाले लोग बीमारी के शिकार हो रहे हैं।Jaundice case In CG: इन क्षेत्रों में गंदा पानी आने की शिकायत
पत्रिका ने शुक्रवार को महापौर के गृहक्षेत्र चिखली से सटे शांति नगर, शिव नगर और शंकपुर क्षेत्र के रविदास नगर एवं मुक्तिधाम एरिया के मोहल्लों का जायजा लिया। शांति नगर में महीने भर से नलों में बदबूदार पानी आने की जानकारी दी। दोनों मोहल्ले के 9 लोग पीलिया की चपेट में आने से एक निजी अस्पताल में भर्ती है। वहीं रविदास नगर में भी 3 लोगों के पीलिया के चपेट में आने की जानकारी मिली है। सप्ताह भर में मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल में पीलिया से पीड़ित दो दर्जन लोग भर्ती हुए थे। अधिकांश पीड़ित शहर के निचली बस्तियों के हैं। गंदा पानी पीने से लोग पीलिया के शिकार हो रहे हैं।
शांति नगर शंकरपुर क्षेत्र के कुछ जगहों के नलों में गंदा पानी आने की शिकायत मिली है। जल विभाग के अफसरों को जांच करने भेजा गया था। पाइप लाइन में कहीं पर लीकेज की समस्या होगी तो तत्काल दूर किया जाएगा।