ये भी पढ़ें:
BJP का नया सितारा बनेंगे शिवराज सिंह चौहान, केंद्र में मिलेगा ये बड़ा पद…! वे अपनी उम्र का हवाला देते हुए यह भी कहते रहे कि यह मेरा आखिरी चुनाव है। यह अपील बुजुर्ग मतदाताओं पर तो काम करती दिखी, लेकिन युवा मतदाताओं की सहानुभूति नहीं जुटा पाई। युवा आगे का विजन देखना चाहता है।
परिस्थितियां अनुकूल थीं…लेकिन
बता दें कि राजगढ़ से भाजपा के रोडमल नागर ने 146089 वोट से हराया। रोडमल नागर को 758743 और दिग्विजय को 612654 वोट मिले। कांग्रेस के लिए इस बार परिस्थितियां अनुकूल थीं। प्रियवृत सिंह, जयवर्धन सिंह, रामचंद्र दांगी जैसे अपेक्षाकृत युवा चेहरों को दरकिनार कर दिग्विजय सिंह को टिकट दिया गया। भाजपा प्रत्याशी रोडमल नागर को तीसरी बार मैदान में उतारने से पार्टी के जिले के पांचों विधायक सहित तमाम कार्यकर्ता चौंक गए थे। जिनकी शिकायतें लगातार की जा रही थी, उन्हें भी टिकट मिल जाए तो उनका चौंकना स्वाभाविक था। फिर भी संघ से गहरे जुड़े रोडमल नागर के लिए आखिर में सब एक हो गए। क्षेत्र के मोदी और भाजपा के नाम पर वोट पड़े। पिछले चुनाव के मुकाबले कम वोटों से ही सहीं, जीती तो भाजपा ही।