नगर सहित आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों और खासकर पाड़ल्या माता नगर में 5 रुपए का नोट के साथ 1 और 2 के सिक्के चलन से बाहर होते जा रहे हैं और इसके पीछे कोई ठोस वजह सामने नहीं आ रही है। सिक्के और नोट नहीं लेने वाले दुकानदार भी कोई वजह नहीं बता रहे और सीधे मना कर रहे हैं।
लोगों का कहना है कि सीधे तौर पर दुकानदार भारतीय मुद्रा का अपमान कर रहे हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई पाबंदी इसमें नहीं की जा रही है। किसी पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से रोजाना मुद्रा का अपमान हो रहा है। किराना व्यापारी महेश जैन, दिनेश जायसवाल का कहना है कि 1-2 के सिक्के और 5 रुपए का नोट लेने से बैंककर्मी मना कर रहे हैं। ऐसे में बाजार में होटल हो या पान की दुकान, किराना व्यापारी हो या पेट्रोल पम्प वाले को भी इन्हें नहीं ले रहे। बैंक भी नोट व और सिक्के लेने से मना कर देती हैं, जिससे उपभोक्ताओं की फजीहत हो रही है। अब इन सिक्कों और नोटों को बैंक के नहीं लेने से दिक्कत हो रही है। इसलिए बाजार में लेन-देन में भी व्यापारी और ग्राहकों में भी अक्सर नोक-झोंक होती रहती है।
बाजार में ग्राहक और व्यापारी के बीच सिक्कों और पांच के नोट का चलन धीरे- धीरे बंद हो रहा है, जिससे लोग काफी परेशान हो रहे हैं।