यह पूरा मामला शहर के देवरी का बताया जा रहा है। जहां गुरुवार की दोपहर 12 बजे राधिका आदिवासी ने अपने बेटा-बेटी की गर्दन कुल्हाड़ी से काट दी। जिसमें पांच साल की नैना और तीन साल के देव की मौत हो गई। वारदात अंजाम देने के समय महिला का पति घर पर नहीं था। जब वह घर पहुंचा तो उसे जानकारी मिली की बच्ची के शव के पास से एक जला हुआ गद्दा मिला है।
पति से अलग होना चाहती थी पत्नी
प्राप्त जानकारी के अनुसार, महिला जिस झोपड़ी में रहती थी। वहीं अपने बच्चों की हत्या कर दी है। पुलिस ने बताया कि वह अपने बयान को बार-बार बदल रही है। उसने पूछताछ में बताया कि पहले वह पति से अलग होना चाहती थी, इसलिए बच्चों को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद कहने लगी कि मैं खुद भी बच्चों को मारना चाहती थी, लेकिन बच्चों की हत्या के बाद मूड बदल गया।
सुबह दादा ने दिलाई थी चॉकलेट
पड़ोस में रहने वाले लोगों का कहना है कि सुबह बच्चों को दादा ने चॉकलेट दिलाई थी। बच्चे के माता-पिता और दादा का घर करीब आधा किलोमीटर दूर एक ढाबे पर काम करते हैं। दोपहर 12 बजे के करीब पड़ोसियों ने महिला को एक बैग ले जाते हुए देखा था।