प्रीति ठाकुर ने आरोप लगाते हुए कहा कि, चुनाव से तीन दिन पहले सपना लवारिया ने वेश्यावृति से जुड़ी महिलाओं के साथ मिलकर अपने गांव सूखा करार को सेक्स फ्री कर दिया था। फिर इस व्यवसाय में लिप्त सहयोगी महिला साथियों को इलाके में हर एक पंचायत में जगह-जगह पहुंचाकर युवा वर्ग को फ्री ऑफ कास्ट सेक्स परोसा है। उन्होंने इस प्रलोभन के जरिए युवा वर्ग को अपने पक्ष में किया है। उन्होंने इस मामले में भाजपा के कई बड़े नेता और कार्यकर्ताओं के भी शामिल होने की बात कही है।
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कांग्रेस पदाधिकारियों पर भी चुनाव हराने का आरोप
प्रीति ने चुनाव हारने के लिए अपनी पार्टी के भी तीन क्षेत्रीय पदाधिकारियों के साथ साथ उनसे जुड़े कार्यकर्ता पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बृजेश खंडेलवाल, फजल अली और डॉ जी.सी. गौतम पर भी चुनाव हराने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि, जीसी गौतम दतिया के हैं, जो सांची से विधानसभा टिकट की इच्छा रखते हैं। उनकी सोच थी कि, मेरी जीत मेरी टिकिट की दावेदारी को मजबूत कर देगी। यहां आकर जिला पंचायत जैसे चुनाव में सभी कांग्रेस प्रत्याशियों को हराने का प्रयास किया।
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भाजपा की जीती हुई प्रत्याशी का जवाब
कांग्रेस की हारी हुई प्रत्याशी प्रीति ठाकुर के आरोपों पर जवाब देते हुए भाजपा की जीती कैंडिडेट सपना लवारिया ने सफाई देते हुए कहा कि, हारे हुए व्यक्ति हमेसा जीतने वाले पर आरोप ही लगाता है। क्योंकि, वो मेरी प्रतिद्वंदी भी नहीं थीं, वो तीसरे नंबर आई हैं। उनका कहना है कि, मैं या मेरी किसी भी साथी की तरफ से ऐसा कोई कार्य नहीं किया गया है, जिससे समाज में कलंक लगे। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत करार दिया है।