जुलूस में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं और बीड़ी को मौत की सीढ़ी, सिगरेट को मौत का गेट के साथ ही शराब को देश और समाज के लिए खराब बताते हुए नशा विरुद्ध नारे लगाए। भगवानू नायक ने कहा, रायपुर में नशाखोरी तेजी से बढ़ रहा है। नशे के गुलामी की जंजीर को तोड़कर समाज को नशा से आजाद करने के लिए आजादी का महापर्व 15 अगस्त के पूर्व संध्या नशा के विरुद्ध संदेश देने हाथों में मशाल लेकर निकले हैं।
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