बता दें कि जुलाई के पहले सप्ताह से ही हल्की-फुल्की बारिश शुरू हो गई है। तब से अब तक दो-तीन दिन के अंतराल में कहीं-कहीं बारिश हो ही रही है। बुधवार को भी शहर के आसमान पर दिनभर बादल छाए रहे। इस बदले हुए मौसम में नमी का प्रतिशत बढ़ने से हवा में चर्म रोग पैदा करने वाले जीवाणुओं की संख्या बढ़ रही है।
Weather Alert : ये जीवाणु धूल, मिट्टी और बारिश के साथ मिलकर लोगों के शरीर पर अटैक कर रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक आंबेडकर अस्पताल के डर्मेटोलॉजी डिपार्टमेंट में हर महीने 200 मरीज आते हैं। लेकिन, मानसून की दस्तक के साथ रोगियों की संख्या में 30 प्रतिशत तक इजाफा हो गया है।
ये हैं रोग के लक्षण Weather Alert : जीवाणुओं के कारण जो चर्म रोग पैदा हो रहे हैं, उनमें सबसे ज्यादा मरीज खुजली से पीड़ित होकर अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। इन बीमारियों के लक्षणों को देखा जाए तो व्यक्ति के शरीर पर छोटे-छोटे लाल दाने, लाल रंग के चतके, शरीर के किसी हिस्से में खुजली होना और पुराने चर्म रोगों का उभरना शामिल हैं। हालांकि, लोग शुरू में इन बीमारियों को हल्के में लेते हैं पर जब रोग बढ़ता है तो शरीर में होने वाली खुजली से लोगों की रातों की नींद नहीं आती है