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Train Cancelled : पितृपक्ष में बढ़ी परेशानी… गया जाने वाली सभी ट्रेनें कैंसिल, इनका बदला रुट, देखें लिस्ट इस दौरान तलाशी में पता चला कि कागजों में 5 फर्जी फर्म का गठन किया था। बिना किसी सामान का लेनदेन और खरीद-फरोख्त किए 5.53 करोड़ रुपए का आईटीसी बिल तैयार कारोबारियों को बेचा गया था। तलाशी के दौरान इसके दस्तावेज और फर्जी बिल भी बरामद हुए। बता दें कि इसके पहले सेंट्रल जीएसटी की टीम द्वारा भनपुरी और रावांभाठा स्थित ट्रांसपोर्टर के गोदाम में छापा मारा था। इस दौरान तलाशी में हजारों की संख्या में साडी, साइकिल और सोलर टार्च बरामद किए गया है। इसकी कीमत 1.50 करोड़ बताई जाती है।
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CG Politics : पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने भूपेश सरकार पर लगाए गंभीर आरोप, बोले – कांग्रेस पर गोहत्या का पाप… सिंडीकेट का गठन आरोपी कारोबारी द्वारा सिंडीकेट से फर्जी आईटीसी बिल बनाकर बेचने का काम किया जा रहा है। पकड़े जाने के डर से अपने सिंडीकेट में शामिल कारोबारियों को कमीशन लेकर फर्जी बिल बेचा जा रहा था। इसके जरिए करोड़ों रुपए के जीएसटी के चोरी का खेल चल रहा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए कारोबारी अनुष गंगवानी को सीजीएसटी गिरफ्तार कर 14 दिन के न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। वहीं आईटीसी बिल खरीदने वाले कारोबारियों के भूमिका की जांच की जा रही है।