पुलिस के मुताबिक डूमरतालाब चाणक्य स्कूल के पास एक एंबुलेंस में गांजा तस्करी की सूचना पुलिस को मिली थी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और एंबुलेंस सीजी 04 एचडी 8385 की घेराबंदी की। इस बीच पुलिस को देखकर एंबुलेंस में सवार तीन युवक भाग निकले। ड्राइवर सूरज खुंटे पकड़ा गया। एंबुलेंस की तलाशी ली गई। उसमें अलग-अलग 72 पैकेट रखे हुए थे। सभी गांजा था। मौके पर कुल 364.300 किलो ग्राम गांजा बरामद हुआ।
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रायपुर-भिलाई में सप्लाई करने आए थे पुलिस ने सूरज से पूछताछ की, तो उसने खुलासा किया कि तीन अन्य युवकों ने रायपुर आने के लिए 3 हजार रुपए दिया था। उनमें से एक भटगांव निवासी गोलू चंद्रा है। ड्राइवर और आरोपी सारंगढ़ भटगांव के रहने वाले हैं। बताया जाता है कि गोलू ही ओडिशा से गांजा लेकर आया था। इसके उसे रायपुर-भिलाई में सप्लाई करने पहुंचे थे। फिलहाल पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में लगी है।
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स्ट्रेचर पर रखा था36 लाख का माल पुलिस के मुताबिक जब्त गांजे की कीमत 36 लाख रुपए है। आरोपी बड़े तस्कर हैं। पहले भी कई बार तस्करी कर चुके हैं। एएसपी जयप्रकाश बढ़ई के मुताबिक फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीमें लगी हैं। आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। गिरफ्तार ड्राइवर पर पुलिस ने नारकोटिक एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए उसे जेल भेज दिया।
बड़े तस्कर नहीं पकड़े जाते राजधानी में गांजा तस्करों का बड़ा नेटवर्क है। इससे पहले भी बड़ी मात्रा में पुलिस गांजा जब्त कर चुकी है, लेकिन तस्करों के मास्टरमाइंड पकड़े नहीं जा सके हैं। सरस्वती नगर, मंदिरहसौद, आजादचौक, डीडी नगर, आरंग में बड़ी मात्रा में गांजा पकड़ा जा चुका है, लेकिन गांजा मंगाने वाले रायपुर के बड़े तस्कर अब तक पकड़े नहीं जा सके हैं।