यह भी पढ़ें: Pm Awas Yojana: प्रधानमंत्री आवास योजना के 20 हितग्राहियों को मिला घर, सांसद ने सौंपी चाबी गौरतलब है कि इस घोटाले की शिकायत कलेक्टर से पहले ही की जा चुकी थी। पत्रिका ने इसे प्रमुखता से उठाया था। लगातार खबरें छपने के बाद प्रशासन ने दो सदस्यीय जांच टीम गठित की, जो मामले की जांच करने के लिए कोयदा पहुंची। शिकायतकर्ता धनसाय साहू ने आरोप लगाया है कि सरपंच हेमंत कुमार साहू और रोजगार सहायक राजू साहू ने प्रधानमंत्री और मुयमंत्री आवास निर्माण में भ्रष्टाचार किया है। उन्होंने इस बारे में तीन बार लिखित शिकायत दी थी।
शिकायत के आधार पर जांच टीम 20 नवंबर को कोयदा पहुंची। शिकायतकर्ता और आरोपियों से बयान लिए। आरोपों की गंभीरता को देखते हुए जांच सुरक्षा के मद्देनजर टीम के साथ लवन थाने से दो पुलिसवालों को भी गांव भेजा गया था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि उन्हें जान से मारने की धमकी मिली है।
जांच टीम ने मौके पर जाकर निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। गहमा-गहमी भरे माहौल में बयान लिए गए। इस दौरान कुछ लोगों ने शिकायतकर्ता के खिलाफ गाली-गलौज भी की। लवन थाने में इसकी सूचना दी गई है। जांच अधिकारी दुर्गाचरण डडसेना ने कहा कि जिला सीईओ को दो-तीन दिनों में जांच रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।