पिछले 10 दिनों से सब्जियों के दामों में बेहताशा बढ़ोतरी होने से रसोई से सब्जियां गायब हो गई हैं। गृहिणियों की परेशानी बढ़ गई हैं। बढ़ती महंगाई से आमजन त्रस्त हैं बरसात के पहले जिस प्रकार से दो-दो थैले में भरकर सब्जियां ले जाते थे, वह अब कम देखने को मिल रहा है आषाढ़ लगते ही सब्जियों के दाम में तिगुना-चौगुना वृद्धि हुई है। इस तरह बढ़ी हुई कीमतों से आम लोगों के महीने का बजट भी बिगाड़ गया हैं।
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इस वजह से बढ़ी कीमतें Vegetable Price Rise: सब्जी विक्रेताओं के मुताबिक लगातार बारिश कुछ दिनों से झमाझम बारिश हो रही हैं। जिसके चलते ट्रांसपोर्टिंग में दिक्कत हो रही हैं। इस कारण दूसरे राज्यों से आने वाली सब्जियां प्रदेश के दूसरे जगहों पर पहुंचने में देरी हो रही हैं। गंतव्य स्थान पर देरी से पहुंचने के कारण कई सब्जियां खराब भी हो रही हैं, इस वजह से सब्जियों के रेट बढ़ने लगी हैं। बता दें कि यदि बारिश जारी रहती है तो आगे भी महंगी सब्जी खाना पड़ सकता है। सब्जियों के दाम में उछाल देखें रेट
इसके अलावा बात करें भाजी की तो इसके भी दाम में बढ़ोत्तरी हुई हैं। हरी सब्जियों में पालक भाजी 45 से 50 रुपए प्रति किलो, चौलाई भाजी लगभग 45 रुपए किलो, लाल भाजी 40 से 45 किलो बाजार में बिक रहा हैं। इसके अलावा भिंडी, कुंदरू और पत्ता गोभी लगभग 50 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बाजार में बिक्री हो रही हैं।
हरी सब्जियां | दाम ( प्रति रुपए किलो) |
टमाटर | 100 रुपए |
मुनगा | 100 रुपए |
फूलगोभी | 80 रुपए |
परवल | 80-100 रुपए |
बरबट्टी | 80 रुपए |
भिंडी | 80 रुपए |
करेला | 100 रुपए |
बंध भाजी | 50 रुपए |