जेल प्रशासन ने जेल अधीक्षकों और जेलरों की रिपोर्ट मिलने के बाद डीजी राजेश मिश्रा द्वारा इसका आदेश जारी किया गया है। इसमें रक्षा बंधन के अवसर पर किए जाने वाले सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था करने कहा गया है।नियमानुसार 16-17 अगस्त की सुबह 8 से 12 बजे तक पंजीयन किया जाएगा। इस दौरान राखी बांधने के आने वाली कैदियों के बहनों और परिजनों का नाम लिखा जाएगा।
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Raksha Bandhan 2024: कोरोना के बाद पहला रक्षाबंधन
बता दें कि पिछले कुछ साल से कोरोना संक्रमण के चलते प्रदेश की जेलों में रक्षाबंधन पर्व पर भाईयों की कलाई पर बहने राखी नही बांध पा रही थी। जेल मुख्यालय ने कोरोना के फैलते संक्रमण को देखते हुए जेल परिसर में रक्षाबंधन पर्व नहीं मनाने का आदेश जारी किया था। कैदियों के बहनों के लिए जेल परिसर में लेटर बाक्स लगाया जाता था और कैदियों की बहनें उस बाक्स में लिफाफों में राखियां भर कर डाल देती थी । इसके अलावा बात करने के लिए वीडियो कालिंग भी करवाई जाती थी लेकिन इस वर्ष जेल मुख्यालय ने जेल परिसर में रक्षाबंधन मानने के लिए आदेश जारी कर दिया है। करोना काल के बाद से ये पहला वर्ष होगा जहां जेल में बंद कैदियों को उनकी बहने राखी बांध सकेंगी।