ये चुनाव सक्रिय बनाम निष्क्रिय
इसी बीच आकाश शर्मा ने बताया कि जिस दिन कांग्रेस पार्टी ने टिकट दिया उस दिन ये बात कही थी कि चुनाव देश का प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री नहीं रायुपर दक्षिण का विधायक तय करेगा। ये सक्रिय और निष्क्रिय का चुनाव था। चुनाव से पहले पूरा प्रयास किया कि पूरे कैंपेन में हर घर पहुंच पाऊं। रायपुर दक्षिण के मतदाता आज भी मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहे हैं। उन मुद्दों को लेकर लोगों से वोट मांगा है। पूरी उम्मीद है कि यहां की जनता ने परिवर्तन को लेकर वोट दिया है। भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर
रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट के उपचुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। भाजपा से सुनील सोनी तो कांग्रेस से आकाश शर्मा मैदान में हैं।
कौन हैं आकाश शर्मा ?
प्रत्याशी आकाश शर्मा ने छात्र जीवन में अपनी राजनीति सफर का शुरुआत किया। 2014 से 2020 तक आकाश शर्मा एनएसयूआई छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष रहे। 2018 में वह एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव बने। इसके बाद वर्तमान में छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं।
बताया जा रहा है कि आकाश शर्मा के नाम पर पार्टी के सभी सीनियर नेता सहमत थे। आकाश शर्मा के उम्मीदवार बनाए जाने के पीछे का कारण बताया जा रहा है कि उनके नाम पर भूपेश बघेल, चरणदास महंत, दीपक बैज और टीएस सिंहदेव भी सहमत थे। हालांकि उनके साथ पार्टी के सीनियर नेता प्रमोद दुबे का भी नाम चल रहा था।
पहले भी दावेदारी कर चुके हैं आकाश शर्मा
आकाश शर्मा विधानसभा चुनाव 2023 में भी टिकट के लिए अपनी दावेदारी पेश की थी। उस दौरान आकाश शर्मा को पार्टी ने टिकट नहीं दिया। इस बार कांग्रेस ने उन पर भरोसा जताया है। बड़ी बात ये है कि यह सीट भाजपा का गढ़ है। यहां ब्रजमोहन अग्रवाल का प्रभाव है। ऐसे में आकाश शर्मा के सामने बड़ी चुनौती है।