2. सीनियर सिटीजन से पूरा किराया वसूली
सीनियर सिटीजंस यात्रियों को कोरोना से पहले महिला यात्री 58 वर्ष से अधिक को रेल किराया में आधा छूट यानी 50 प्रतिशत और पुरुष यात्रियों 60 वर्ष से अधिक को 40 प्रतिशत तक किराया में छूट मिल रही थी। उस पर रेलवे रोक लगा पूरा किराया वसूल रहा है।
3. लोकल से तीन गुना वसूली
हर दिन 20 से 22 हजार यात्री आसपास के शहरों के बीच सफर करते हैं। उनके लिए स्पेशल लोकल चलाई जा रही। कोरोना से पहले रायपुर से दुर्ग 10 रु. का 30 रु., भाटापारा 20 रु. की जगह 40 और बिलासपुर 25 रु. की जगह 50 रु. देना पड़ रहा है। पूरी लोकल ट्रेन नहीं चलाई जा रही।
4. चादर-तकिया का सिर्फ चार्ज कटौती
ट्रेनों के थर्ड, सेकंड और फस्र्ट एसी कोच के यात्रियों से केवल चादर-तकिया की सेवा देने के लिए रिजर्वेशन टिकट के साथ चार्ज ही लिया जा रहा है। इन श्रेणी के यात्रियों को सुविधा मिल नहीं रही। लोगों को खुद तकिया, चादर घर से लेकर सफर करना पड़ता है।
5. जरूरी लोकल के पहिए जाम
रायपुर के आसपास के शहरों से बड़ी संख्या में लोग काम करने आते हैं और रात 9 से 9.30 बजे अपने घरों को लौटते हैं। रायपुर स्टेशन से दुर्ग, भिलाई तरफ के लिए जो लोकल ट्रेनें चलती थी, उसे रेलवे चला नहीं रहा है। इससे कामकाजी लोगों को सबसे अधिक दिक्कतें हैं।