विधानसभा अध्यक्ष डा.चरणदास महंत ने कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा परिसर में मंत्रियों एवं विभिन्न कक्षों में लगी टीवी से सदन की कार्यवाही को रिकार्डिंग कर सोशल मीडिया में चलाए जाने का उल्लेख करते हुए इसे गंभीर मामला बताया और कहा कि यह बहुत ही अनुचित है और इसकी भविष्य में पुनरावृत्ति नही होनी चाहिए। अध्यक्ष की व्यवस्था के बाद वरिष्ठ भाजपा सदस्य अजय चन्द्राकर ने अभी तक सोशल मीडिया में सदन में मुख्यमंत्री के बयान को चलाए जाने को लेकर सवाल उठाया।
चन्द्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री का सदन में बयान सोशल मीडिया में कैसे चलता है,इसकी जांच के लिए कमेटी बनना चाहिए। वरिष्ठ भाजपा सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि यह विशेषाधिकार हनन का मामला हैं और इस मुद्दे पर तुरंत चर्चा होनी चाहिए। अध्यक्ष ने सदस्यों से प्रश्नकाल चलते देने का अनुरोध किया।इस पर चन्द्राकर ने उनसे कहा कि आपने प्रश्नकाल में व्यवस्था दी है,इसलिए इसकी गंभीरता को देखते हुए चर्चा होनी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष धरम कौशिक ने कहा कि प्रश्नकाल एवं बजट को छोड़कर न तो सदन के नेता न ही प्रतिपक्ष के नेता को कार्यवाही का वीडियो वायरल करने की अनुमति है। इसके विपरीत कार्य हो रहा है जोकि बेहद आपत्तिजनक है। इसी बीच जनता कांग्रेस के सदस्य धर्मजीत सिंह ने कहा कि सत्ता पक्ष के एक मंत्री सदन को छोड़कर चले गए, संवैधानिक परिस्थिति काफी गंभीर है।उन्होने कहा कि मंत्री की स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए।
चन्द्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री का सदन में बयान सोशल मीडिया में कैसे चलता है,इसकी जांच के लिए कमेटी बनना चाहिए। वरिष्ठ भाजपा सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि यह विशेषाधिकार हनन का मामला हैं और इस मुद्दे पर तुरंत चर्चा होनी चाहिए। अध्यक्ष ने सदस्यों से प्रश्नकाल चलते देने का अनुरोध किया।इस पर चन्द्राकर ने उनसे कहा कि आपने प्रश्नकाल में व्यवस्था दी है,इसलिए इसकी गंभीरता को देखते हुए चर्चा होनी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष धरम कौशिक ने कहा कि प्रश्नकाल एवं बजट को छोड़कर न तो सदन के नेता न ही प्रतिपक्ष के नेता को कार्यवाही का वीडियो वायरल करने की अनुमति है। इसके विपरीत कार्य हो रहा है जोकि बेहद आपत्तिजनक है। इसी बीच जनता कांग्रेस के सदस्य धर्मजीत सिंह ने कहा कि सत्ता पक्ष के एक मंत्री सदन को छोड़कर चले गए, संवैधानिक परिस्थिति काफी गंभीर है।उन्होने कहा कि मंत्री की स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए।