शहर में अवैध होर्डिंग्स,फ्लैक्स की संख्या दिनों दिन बढ़ी है।अवैध होर्डिंग को लेकर कुछ दिन पूर्व निगम आयुक्त नेअधिकारियों की बैठक में सख्त निर्देश दिए थे, परंतुमुख्यालय की टीम से लेकर जोन स्तर पर पुख्ता तौर पर कार्रवाईनहीं की गई। अभी नगर निगम को हर साल होर्डिंग्स विज्ञापननीति से लगभग 24 करोड़ रुपए का राजस्व मिलता है,लेकिन अवैध कारोबार पर रोक लग जाने पर यहराशि और बढ़ सकती है।
त्योहारों की बधाई के साथ दुकानों के विज्ञापन नवरात्रि, दशहरा व दीपावलीको देखते हुए बाजार वाले क्षेत्रों में सड़क किनारेदुकानों के विज्ञापन ज्यादा नजर आते हैं। अभी सामाजिकलोगों द्वारा डिवाइडर, बिजली पोल केसाथ अवैध स्वागत द्वार में बैनर पोस्टर झांकियों वालेमार्गों में लगा दिए गए हैं। ऐसी जगहों पर कार्रवाई करनेसे निगम का अमला बच रहा है। मार्ग संकेतक बोर्ड तक को नहीं छोड़ा शहरव आउटर के कई स्थानों पर नगर निगम एवं ट्रैफिक पुलिस मार्गसंकेतक बोर्ड लगाया है, उस जगह को भी अवैध होर्डिंग्स कारोबार के चलते नहीं छोड़ा जा रहा है।रिंग रोड 1 के
अलावा आउटर वाले हिस्सों मेंऐसी तस्वीरें ज्यादा है।
व गति के बारे में ऐसे संकेतकबोर्ड लगाए जाते हैं, परंतु उसकेबाजू में राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता और समर्थक इन परभी होर्डिंग्स लगाकर ढक देते हैं। उसे हटाने में निगम काअमला सक्रिय नहीं है। पुताई भी आधी-अधूरी आचारसंहिता लगने के साथ ही नारे, स्लोगन कीपोताई कराने के लिए हर जोन को 1-1 लाखरुपए दिए गए हैं, ताकि किसी राजनीतिक दलों का अवैधरूप से प्रचार-प्रसार न हो।
– निशीकांतवर्मा, नगर निवेशक, निगम
होर्डिग्स-पोस्टरोंपर रोक लगाने के लिए सख्त निर्देश हैं। कई एजेंसियोंके करोड़ों रुपए बकाया है। इससे निगम के राजस्व को नुकसानहोता है। ऐसे लोगों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करनेकहा गया है।
– श्रीकुमार मेनन, अध्यक्षनगर निवेशक विभाग, निगम