इस बीच रिमझिम बारिश के बीच आकाशीय बिजली गिरी। इससे अंजोर सिंह की घटनास्थल पर मौत हो गई। वहीं पत्नी तीजोबाई व परिवार के दो अन्य सदस्य झुलस गए। वहीं रायपुर की बात करें तो मानसून का प्रदेश में अंतिम दौर चल रहा है। गुरुवार को रायपुर समेत प्रदेश के कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई। जशपुर में सोनक्यारी क्षेत्र में भारी बारिश से पुलिया बह गई है। वहीं कोरबा में आकाशीय बिजली गिरने एक व्यक्ति की मौत और परिवार के तीन सदस्य झुलस गए।
Monsoon: सिस्टम हो रहा कमजोर
मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार से वर्षा की गतिविधियां कमी आएगी। इससे आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में भी कमी आएगी। मौसम विभाग के अनुसार एक ऊपरी हवा के चक्रवात व द्रोणिका के असर से प्रदेश में व्यापक बारिश हो रही है। सिस्टम कमजोर हो रहा है इसलिए वर्षा कम होगी। प्रदेश में अब तक 1200.5 मिमी बारिश हो चुकी है। यह सामान्य से 6 फीसदी ज्यादा है। वहीं रायपुर जिले में 966.5 मिमी पानी गिरा है, जो सामान्य से 4 फीसदी कम है।
जशपुर: 3 दिनों से भारी बारिश ने मचाई तबाही
Monsoon: जशपुरनगर में मंगलवार से हो रही लगातार बारिश के चलते जिले के कई हिस्सों में जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। तेज बारिश के चलते मुख्य मार्ग से पुलिस चौकी सोनक्यारी से सतालू टोली जाने वाले मुख्य मार्ग पर पुलिया बह जाने से दो भागों में बंट गई है। यह पुलिया सोनक्यारी क्षेत्र के महत्वपूर्ण रास्तों में से एक है, जो स्थानीय निवासियों के लिए आवागमन के काम आता है। इससे कई गांवों से संपर्क कट गया है। यह भी पढ़ें
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सना में सर्वाधिक 90 मिमी बारिश
पिछले 24 घंटे में रायपुर में 11.5 मिमी पानी गिरा है। वहीं सरगुजा, बिलासपुर व बस्तर संभाग के कई इलाकों में भारी बारिश हुई है। सना में 90, कुनकुरी में 80, दुर्ग, जशपुर, बरपाली, बस्तर व ओरछा में 70 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। वहीं मनोरा, कोहाकामेटा, पुसौर में 6, बेलगहना, रायगढ़, मुंगेली, लालपुर थाना, तमनार, फरसगांव में 50, शंकरगढ़, बिलाईगढ़, लालबहादुरनगर, कांसाबेल, मर्दापाल में 40 मिमी पानी गिरा। कई स्थानों पर इससे कम बारिश हुई है।तेज हवाओं से झड़ रहीं धान की बालियां, किसान परेशान
Monsoon: इन दिनों तेज हवा के साथ हो रही बारिश के कारण धान की फसल गिर रही है। धान की बालियां भी झड़ रही है। पत्रिका ने रायपुर, दुर्ग व बालोद जिले के कुछ किसानों से बात की। उन्होंने बताया कि ज्यादातर गांवों में ये समस्या है। मोंगरी, सांकरी, सलौनी, सिकोसा, अंडा, खप्परवाड़ा, चंदखुरी, विनायकपुर, सुंदरा के किसानों ने बताया कि उनके कई एकड़ में लगी धान की फसल गिर गई है। बारिश बंद नहीं हुई तो अच्छी फसल बर्बाद हो जाएगी। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार इन दिनों की बारिश धान के लिए नुकसान है। दशहरा के समय हरूना किस्म की धान की फसल की कटाई शुरू हो जाएगी।