इसके बाद पुलिस की टीमें आरोपियों की तलाश में लग गई। इस दौरान गंज और बस स्टैंड में छापा मारकर पुलिस ने झारखंड के रोहित स्वर्णकार, राजस्थान के पाली निवासी मुकेश कुमार, देवेंद्र सिंह और पप्पू सिंह (Lawrence Bishnoi Gang in CG) को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के पास से पिस्टल और मैग्जीन बरामद हुआ है।
Lawrence Bishnoi Gang: यह है मामला
झारखंड निवासी मयंक सिंह अमन गैंग का संचालन करता है। उसने बोकारो निवासी रोहित स्वर्णकार को इंदौर के सेंधवा से पिस्टल और मैग्जीन लेने भेजा। वहां से उसे रायपुर भेजा गया। इसके बाद राजस्थान के पप्पू सिंह को बाइक राइडर की व्यवस्था करने कहा गया। इसके बाद पप्पू ने मुकेश कुमार भाट और देवेंद्र सिंह को रायपुर रवाना किया। दूसरी ओर से रोहित रायपुर पहुंचा। मुकेश और देवेंद्र बस के माध्यम से रायपुर पहुंचे। इससे पहले की चारों मिलकर वारदात (Lawrence Bishnoi Gang in CG) को अंजाम दे पाते, रायपुर पुलिस की टीम ने रोहित को गंज थाना क्षेत्र के एक होटल से पकड़ लिया। दूसरी ओर भाठगांव चौक में मुकेश और देवेंद्र को पकड़ लिया। तीनों से पूछताछ में पप्पू का पता चला, तो पुलिस ने पप्पू को भी राजस्थान से उठा लिया गया। इस तरह चारों आरोपी पकड़ में आ गए।
दो कारोबारी थे टारगेट पर
आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया है कि रायपुर के कंस्ट्रक्शन कारोबारी और रायगढ़ के कोयला कारोबारी को टारगेट बनाया गया था। बताया जाता है कि कारोबारियों का झारखंड में भी बड़ा काम है। उस काम में अमन गैंग (Lawrence Bishnoi Gang in CG) को पैसा नहीं मिला है। इसकी वसूली के लिए ही कारोबारी को सबक सिखाने की जिम्मेदारी दी गई। आरोपी इंटरनेट कॉलिंग से बात करते थे। वारदात के लिए खास तरह के कोडवर्ड का इस्तेमाल करते थे। बताया जाता है कि मयंक सिंह पूरे गैंग को मलेशिया से ऑपरेट करता है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गंज थाने में धारा 399, 402, 386, 120बी के तहत अपराध दर्ज किया है। पकड़े गए आरोपियों के कई आपराधिक रिकार्ड हैं।