महिला दलाल ही बच्चा बेचने का गिरोह चला रही थी। दोनों के मोबाइल में कई वॉट्सऐप मैसेज मिले हैं। वॉट्सऐप के जरिए नि:संतान लोगों को बच्चा खरीदने के लिए मैसेज किया जाता था। बच्चा बेचने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए सिविल लाइन पुलिस ने दोनों महिला दलाल, बच्चे के पिता व उसके 3 रिश्तेदारों सहित 6 आरोपियों के खिलाफ धारा 370, 34, जेजे एक्ट की धारा 80, 81 के तहत अपराध दर्ज किया है।
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पुलिस के मुताबिक कुछ महिलाओं द्वारा वॉट्सऐप के जरिए बच्चा खरीदने के लिए मैसेज करने की जानकारी मिली। इसके बाद महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ मिलकर पुलिस ने बच्चा बेचने वाली महिलाओं को ट्रेप किया। खरीदार बनकर सिविल लाइन इलाके में रहने वाली यशोदा नायक और सुशीला नायक से संपर्क किया। इसके बाद दोनों महिलाओं ने दुर्ग के एक मजदूर से संपर्क किया।
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मजदूर के चार बच्चे हैं। चौथा बच्चा 4 माह का बेटा है। यशोदा और सुशीला ने मजदूर को अपना बेटा डेढ़ लाख रुपए में अमीर परिवार को बेचने के लिए उकसाया। मजदूर राजी हो गया। फिर सुशीला और यशोदा ने रायपुर के खरीदार से 5 लाख रुपए में सौदा किया। इसके बाद 4 माह के बेटे के साथ उसका पिता और उनके तीन रिश्तेदार शुक्रवार को रायपुर पहुंचे। आरोपी खरीदार के साथ मिलकर फर्जी गोदनामा बनवा रहे थे। इसी बीच पुलिस और महिला एंव बाल विकास विभाग की टीम ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया।