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इसके लिए 1000 किलोवाट की क्षमता वाले बिजली कनेक्शन की जरूरत है जबकि वर्तमान में केवल 200 केवी क्षमता का ही बिजली कनेक्शन स्टेडियम में लगा है, जिससे केवल मैदान की सिंचाई करने वाली मोटर और कुछ कमरों में लाइट और पंखे ही चल सकते हैं। बता दें कि पूरे स्टेडियम में लाइट और एसी चलाने के लिए कम से कम 435 केवी से ज्यादा के कनेक्शन की जरूरत है। वहीं फ्लड लाइट जलाने के लिए 600 केवी बिजली की जरूरत होगी। पिछले 5 साल से स्टेडियम का बिजली बिल लगभग 3.16 करोड़ नहीं पटाया गया, जिसके कारण बिजली विभाग ने वर्ष 2018 में स्टेडियम का कनेक्शन काट दिया। यह भी पढ़ें
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बिल पर संघ, पीडब्ल्यूडी और खेल विभाग में तकरार स्टेडियम में फ्लडलाइट लगने के बाद 2010 में यहां 600केवी क्षमता वाला बिजली कनेक्शन लगा था। इसलिए वर्ष 2016 में तक आईपीएल मैच का सफल आयोजन हुआ था। इसके बाद स्टेडियम का बिजली बिल लगभग 3.16 करोड़ नहीं पटाया गया, जिसके कारण बिजली विभाग ने वर्ष 2018 में स्टेडियम का कनेक्शन काट दिया। खेल विभाग के नाम बिजली का कनेक्शन था, जिसे विभाग ने आज तक नहीं चुकाया गया है और दोबारा बिजली नहीं जोड़ी गई। बिजली बिल चुकाने का मामला छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ, पीडब्ल्यूडी विभाग और खेल विभाग एक-दूसरे पर डाल रहे हैं।
जनरेटर से मैच कराना मजबूरी: सीएससीएस
दूसरी ओर सीएससीएस का कहना है, जनरेटर से फ्लड लाइट निर्बाध रूप से जलती रहेगी। बिजली से चलने पर लाइट ट्रिप और गोल होने का डर रहता है। ऐसे में किसी अनहोनी से बचने के लिए जनरेटर से फ्लड लाइट चलाया जाता है। एक बार फ्लड लाइट बंद होने पर दोबारा चालू करने में लगभग आधा घंटा का लगता है। बिजली का कनेक्शन भी जनरेटर से ऑटोमैटिक रूप से जुड़ा रहेगा। सीएससीएस ने 1000 केवी का वैकल्पिक नया कनेक्शन लेने के लिए बिजली विभाग के सामने प्रस्ताव भी रखा है।
दूसरी ओर सीएससीएस का कहना है, जनरेटर से फ्लड लाइट निर्बाध रूप से जलती रहेगी। बिजली से चलने पर लाइट ट्रिप और गोल होने का डर रहता है। ऐसे में किसी अनहोनी से बचने के लिए जनरेटर से फ्लड लाइट चलाया जाता है। एक बार फ्लड लाइट बंद होने पर दोबारा चालू करने में लगभग आधा घंटा का लगता है। बिजली का कनेक्शन भी जनरेटर से ऑटोमैटिक रूप से जुड़ा रहेगा। सीएससीएस ने 1000 केवी का वैकल्पिक नया कनेक्शन लेने के लिए बिजली विभाग के सामने प्रस्ताव भी रखा है।
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बिजली बिल का भुगतान खेल विभाग को करना है। यहां होने वाली खेल गतिविधियां खेल विभाग ही करवाता है। हम सिर्फ मेंटीनेंस का काम कर रहे हैं। ज्ञानेश्वर कश्यप, मुख्य अभियंता, पीडब्लूडी सीएससीएस ने स्टेडियम के अस्थाई कनेक्शन की क्षमता बढ़ाने के लिए आवेदन दिया था। वर्तमान में अस्थाई कनेक्शन की क्षमता 200 केवी दी गई है। इसे 1 हजार केवी का करने के लिए आवेदन मिला है। स्वीकृत भी दी दी गई है। अशोक खंडेलवाल, ग्रामीण सर्किल प्रभारी, बिजली कंपनी