मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में दो दिनों की बारिश तबाही लेकर आई है। बारिश के कारण यहां पर नदी, नाले उफान हैं। दूसरी ओर सरगुजा संभाग सूखा है। यहां 63 फीसदी कम बारिश हुई है। मैदानी इलाकों में सामान्य से कम बारिश हुई है। रायपुर, भिलाई, बिलासपुर में खंड वर्षा हो रही है।
बस्तर संभाग में पिछले 48 घंटे से हो रही बारिश की वजह से बाढ़ के हालात बन गए हैं। बीजापुर और सुकमा जिले में सबसे खराब स्थिति है। सुकमा में लगातार बारिश की वजह से गोदावरी नदी उफान पर है और एर्राबोर में एनएच 30 में पुल के ऊपर से पानी बहने की वजह से आवागमन ठप हो गया है। पुल के दोनों ओर वाहनों की कतार लगी हुई है।
इस तरह बस्तर का संपर्क आंध्र और तेलंगाना से टूट गया है। झापरा पुल में भी पानी चढऩे की वजह से ओडिशा से बस्तर का संपर्क टूट गया है। वहीं बीजापुर जिला मुख्यालय का संपर्क भी कुछ घंटे के लिए बस्तर के बाकी से टूट गया था। बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर जिले के 800 से ज्यादा गांवों का संपर्क इस वक्त जिला और ब्लॉक मुख्यालय से टूट गया है। बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए हर जिले में प्रशासन अलर्ट मोड पर है। लगातार प्रभावित इलाकों में मुनादी करवाई जा रही है।
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जगदलपुर में इंद्रावती खतरे के निशान से ऊपर बह रही
जगदलपुर शहर में भी बाढ़ का अलर्ट जारी हो गया है। शहर से लगकर बहने वाली इंद्रावती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इस बीच जिला प्रशासन बाढ़ का अलर्ट जारी करते हुए बाढ़ से निपटने के इंतजाम कर लिए हैं। राहत शिविर बनाए गए हैं। बताया जा रहा है कि अगर रविवार को भी इसी तरह से बारिश होती रही तो हालात और बिगड़ सकते हैं। पिछले दो दिनों से लगातार यहां बारिश हो रही और जनजीवन अस्त-वयस्त हो चुका है।बारिश की वजह से एनएच 30 और 63 ब्लॉक
बारिश की वजह से सुकमा के आगे एनएच 30 और बीजापुर में जांगला के आगे एनएच 63 ब्लॉक हो चुका है। ऐसी स्थिति में बस्तर का आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र से संपर्क टूट गया है। बीजापुर जिले में हो रही मूसलाधार बारिश के बीच भैरमगढ़ के एक स्कूल में शनिवार को बच्चे और शिक्षक फंस गए जिन्हें रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया। इसके बाद जिले में सभी स्कूलों को आगामी आदेश तक बंद रखने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।एमएमए: एप्रोच रोड बही 70 गांवों का संपर्क टूटा
मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी (एमएमए) जिले में दो दिनों की बारिश तबाही लेकर आई है। बारिश के कारण यहां पर नदी, नाले उफान हैं। शनिवार सुबह दल्ली-मानपुर रोड पर ईरागांव और कहगांव के बीच निर्माणाधीन नेशनल हाइवे 930 की एप्रोच रोड बह गई। वहीं कोरकोट्टी व जबकसा के पास भी रोड के बहने से लगभग 70 गांवों का मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। कोरकोट्टी के पास एप्रोच रोड के बह जाने से छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के बीच आवाजाही बंद हो गई है। यहां कोतरी नदी भी उफान पर है। अंबागढ़ चौकी के समीप स्थित मोंगरा बैराज में जलभराव हुआ है। इसके चलते बैराज से 36 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा है। पानी छोडऩे के बाद नदी किनारे के गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। एमएमए के कलेक्टर एस. जयवर्धन ने कहा कि बारिश के कारण गांवों का संपर्क पूरी तरह नहीं टूटा है। प्रशासन की टीम अलर्ट पर है।
प्रदेश में अब तक 431 मिमी बारिश होनी थी
मानसून की दस्तक को डेढ़ माह बीतने के बाद भी प्रदेश में असमान बारिश हो रही है। सरगुजा संभाग जहां सूखा है। सरगुजा जिले में 63 फीसदी कम बारिश हुई है, जो प्रदेश में सबसे सूखा है। हालांकि पिछले सप्ताहभर से हो रही बारिश के कारण बारिश का कोटा पूरा हो रहा है। शनिवार की स्थिति में प्रदेश में 19 फीसदी कम बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार यह सामान्य है। अब तक 349.4 मिमी पानी गिर चुका है। जबकि 431.3 मिमी पानी गिर जाना था। प्रदेश स्तर पर सामान्य बारिश संतोषजनक है, लेकिन सरगुजा संभाग के सूखे ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है।सरगुजा समेत कम बारिश वाले जिले
जिले वर्तमान बारिश सामान्य कमीसरगुजा 172.4 467.2 -63
सूरजपुर 213.1 451.1 -53
जशपुर 236.4 542.6 -56
बेमेतरा 172.8 396.2 -56
मनेंद्रगढ़ 194.5 425.7 -54
दुर्ग 214.6 389.8 -45
कोरिया 245.1 425.5 -42