शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिया गया यह बोनस अंक गलत निकला। उन्हें 30 के बजाय 16 अंक बोनस मिलना था। इससे पूरी आवंटन सूची प्रभावित हो रही है। यही कारण है कि पूरी आवंटन सूची रद्द करनी पड़ी है।
यह भी पढ़ें
CG Medical College: मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों को अब करना होगा ये जरूरी काम, वरना नहीं मिलेगी छुट्टी
CG Medical College: फर्जी…
डीएमई कार्यालय ने 21 नवंबर को पहले राउंड की आवंटन सूची जारी की थी। तब एडमिशन की आखिरी तारीख 28 नवंबर थी। इसे बढ़ाकर 30 नवंबर किया गया था। 28 नवंबर को एडमिशन हो जाता तो सभी एडमिट छात्रों की सूची रद्द करनी पड़ती। दरअसल सूरजपुर के डॉ. यश कुमार को 16 के बजाय 30 अंक मिलने से वह मेरिट में टॉप 10 में नवें नंबर पर आ गया। उन्हें नेहरू मेडिकल कॉलेज रायपुर में रेडियो डायग्नोसिस जैसी महत्वपूर्ण सीट मिल गई है। अब बोनस अंक घटने से छात्र को ये सीट शायद ही मिल पाए। शेष@पेज 8
छात्र को 14 के बजाय 30 अंक मिले
दरअसल उनके 14 अंक कम होने से मेरिट सूची में नाम नीचे चला जाएगा। देखने वाली बात होगी कि छात्र को फिर से सीट आवंटित की जाती है या नहीं। अगर छात्र ने कूट रचना कर ज्यादा बोनस अंक लिया है तो उन्हें अपात्र भी किया जा सकता है। दरअसल डॉ. अपूर्वा चंद्राकर ने डॉ. यश को ज्यादा बोनस अंक देने की शिकायत की थी। इस पर स्वास्थ्य विभाग ने एक्शन लिया और वास्तविक बोनस अंक पता चल गया। आवंटन सूची रद्द होने से काउंसलिंग का शेड्यूल गड़बड़ा गया है। 30 नवंबर को पहले राउंड का एडमिशन पूरा हो जाता। अब इसमें देरी होगी। इससे काउंसलिंग जल्द करानी होगी। दरअसल ऑल इंडिया कोटे के साथ-साथ स्टेट कोटे की काउंसलिंग चलती है।
कॉलेजवार सीटों का आवंटन इस तरह
कॉलेज सीटें नेहरू कॉलेज रायपुर 66 सिम्स बिलासपुर 31 अंबिकापुर 17 रायगढ़ 10 जगदलपुर 07 राजनांदगांव 06 बालाजी रायपुर 29 रिम्स रायपुर 30 शंकराचार्य भिलाई 20
टॉप-10 में दो छात्रों को मिली थी रेडियो डायग्नोसिस की सीट
एमडी-एमएस कोर्स की पहली आवंटन सूची में टॉप 10 में केवल दो छात्रों को रेडियो डायग्नोसिस की सीटें मिली थीं। यह ट्रेंड पिछले साल की तरह ही है। पहली पसंद जनरल मेडिसिन रही। 6 छात्रों को जनरल मेडिसिन, एक को डर्मेटोलॉजी व एक अन्य को पीडियाट्रिक्स की सीट मिली है। वहीं टॉपरों ने ऑब्स एंड गायनी की सीट को नहीं चुना। पहली सूची में 261 छात्रों को सीटें आवंटित की गई थी। टॉप 10 में पहली बार सिम्स की एंट्री हुई है। एमडी मेडिसिन की दो सीट सिम्स बिलासपुर के छात्रों को दी गई है।
प्रदेश में पीजी की 497 सीटें, इनमें ऑल इंडिया की 155 सीटें रिजर्व
प्रदेश के 6 सरकारी व 3 निजी मेडिकल कॉलेजों में पीजी की कुल 497 सीटें हैं। इनमें स्टेट कोटे के लिए 316, ऑल इंडिया के लिए 155 व एनआरआई के लिए 26 सीटें आरक्षित हैं। इनमें 6 सरकारी कॉलेजों में कुल 311 जबकि तीन निजी कॉलेजों में 186 सीटें हैं। सरकारी में स्टेट की 156 व ऑल इंडिया की 155, वहीं निजी में 186 में 160 स्टेट व मैनेजमेंट कोटे की सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। स्टेट काउंसलिंग स्टेट, मैनेजमेंट व एनआरआई कोटे के लिए की जा रही है। एक इनसर्विस केटेगरी के छात्र का बोनस अंक बदलने से पूरी आवंटन सूची रद्द की गई है। नई आवंटन सूची जल्द जारी की जाएगी। ताकि एडमिशन प्रक्रिया समय पर पूरी की जा सके। -किरण कौशल, कमिश्नर मेडिकल एजुकेशन