इन पौधे के देखभाल की जिम्मेदारी स्थानीय पार्षद अजित कुकरेजा ने ली। इस अवसर पर ओम हॉस्पीटल की टीम ने लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। मुख्य अतिथि पर्यावरण प्रेमी संगठन के विद्याभूषण ने कहा कि हमारे प्रदेश में केवल 17 बाघ बचे हैं। हमे वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए शहर से लेकर जंगल तक पौधरोपण करने के साथ सुरक्षा की भी खुद जिम्मेदारी लेनी चाहिए। एआईजी ट्रैफिक संजय शर्मा ने कहा कि पत्रिका द्वारा सामाजिक सरोकार के तहत किए जा रहे कार्यक्रम सराहनीय है।
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