ऐसा हुई घटना
यह घटना खम्हारडीह थाना क्षेत्र के अनुपम नगर में हुई। संध्या राव नाम की महिला, जो पेशे से डॉक्टर हैं, ने अपने घर में तीन श्वान पाल रखे हैं। इनमें से दो पिटबुल और एक अन्य ब्रीड का है। शुक्रवार को उनके घर पर एक डिलीवरी बॉय ऑटो में वॉलपेपर लेकर आया था। जब डिलीवरी बॉय दरवाजे के अंदर दाखिल हुआ, तो खुले में घूम रहे पिटबुल्स ने उस पर हमला कर दिया। एक पिटबुल ने उसके हाथों को जबड़े में जकड़ लिया, जबकि दूसरा उसके पैरों को काटने लगा। डिलीवरी बॉय जान बचाने के लिए भागता हुआ सड़क किनारे खड़ी कार पर चढ़ गया। कार की हाइट अधिक होने के कारण पिटबुल्स उस पर चढ़ नहीं पाए और युवक की जान बच गई।
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घायल युवक की स्थिति
घटना के बाद संध्या राव ने घायल सलमान खान को निजी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन वहां से उससे जुड़ी कोई जानकारी नहीं दी गई। पार्षद अमितेश भारद्वाज ने बताया कि मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। पार्षद अमितेश भारद्वाज और कॉलोनीवासियों ने निगम कमिश्नर और पुलिस से शिकायत करने की बात कही है।पिटबुल 41 देशों में प्रतिबंधित
पिटबुल नस्ल के श्वान को 41 देशों में प्रतिबंधित किया गया है, जिनमें अमरीका, ब्रिटेन, जर्मनी, डेनमार्क, स्पेन, कनाडा, इटली और फ्रांस समेत अन्य देश शामिल हैं। इन देशों में पिटबुल को रिहायशी इलाकों में रखना भी वर्जित है। पिटबुल जब किसी पर हमला करते हैं तो अपने जबड़ों में दबोच लेते हैं। उनके जबड़े एक तरह से लॉक हो जाते हैं और उन्हें छुड़ाना बेहद मुश्किल होता है। केंद्रीय पशुपालन मंत्रालय ने मार्च 2024 में सभी राज्यों को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि खतरनाक नस्लों के श्वानों के प्रजनन और बिक्री के लिए आगे कोई लाइसेंस जारी न किया जाए।जनवरी 2024 से लेकर अब तक पिटबुल के हमले
- फरवरी 2024: दिल्ली में एक पिटबुल ने एक बच्ची को काटा, जिससे वह घायल हुई। उसका पैर तीन जगह से टूटा।
- मार्च में गाजियाबाद में पिटबुल ने 10 वर्षीय बच्चे को घायल कर दिया।
- लखनऊ में एक जिम मालिक के पिटबुल ने उसकी मां की जान ले ली थी।
- मार्च में दिल्ली में एक व्यक्ति ने अपने पड़ोसी पर हमला करने अपने पिटबुल को उकसाया।
- दिसंबर 2023 में एक 70 वर्षीय महिला को पिटबुल ने गंभीर रूप से घायल कर दिया।
हम अभी घायल से बातचीत करने की कोशिश कर रहे हैं। जैसे ही वह बयान देगा उसके आधार पर कार्रवाई करेंगे। पिटबुल पर प्रतिबंध के बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी है, क्योंकि अभी श्वान मालिकों की याचिका कोर्ट में विचाराधीन है।
पिटबुल खतरनाक नस्ल का श्वान है। इस घटना में पूरी तरह से जिम्मेदार श्वान के मालिक हैं। ऐसे श्वानों को घर में बांधकर रखना चाहिए या सूचना बोर्ड लगाना चाहिए। जांच करने के बाद इस पर कार्रवाई की जाएगी।
प्रमोद साहू, अध्यक्ष, नगर निगम जोन -3
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