स्थानीय बोली में होगी परीक्षा: परीक्षा में शामिल होने वालों के लिए दो पेपर्स लिए जाएंगे। इसमें पहले सामान्य हिन्दी भाषा का वस्तुनिष्ष्ठ और दूसरा हलबी और गोड़ी बोली और भाषा में लिखित एवं मौखिक परीक्षा ली जाएगी। इसमें सफल होने वाले अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन होगा। साथ ही सफल होने वाले अभ्यर्थियों के चरित्र का सत्यापन किया जाएगा।
बीजापुर जिले में सीआरपीएफ कैंप आवापल्ली, दंतेवाड़ा में कारली स्थित रिजर्व पुलिस लाइन और सुकमा में जिला पुलिस लाइन पुसामी पारा धान मंडी के पास एवं सीआरपीएफ 219 बटालियन इंजीराम कोंटा में होगी।
नि: शुल्क होगी भर्ती, यह हैं अर्हताएं
आवेदकों को कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा।
स्थानीय बोली गोंडी-हलबी का ज्ञान होना अनिवार्य है।
मान्यता प्राप्त स्कूल से न्यूनतम 8वीं पास हो।
शरीर पर टैटू होने पर भी आवेदन निरस्त नहीं होंगे।
आवेदक सादे कागज या जारी आवेदन में दो फोटो, मार्कशीट के साथ आवेदन कर सकेंगे।
उम्र की सीमा 18 से 28 वर्ष होगी।
नियमानुसार आवेदकों को 5 वर्ष की आयु सीमा एवं सामान्य ऊंचाई में होगी।
दक्षिण बस्तर में बढ़ेंगे रोजगार के अवसर:
सीआरपीएफ के इस कदम से दक्षिण बस्तर के पिछले इलाकों के युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। इससे यहां के युवाओं को फोर्स में जाने के मौके मिलेंगे। इस भर्ती में स्थानीय निवासियों को बोली के आधार पर परीक्षा देने की छूट होगी। इसके बदले उन्हें बोनस अंक भी दिये जायेंगे। इससे पहले भी यहां के युवाओं के लिए बस्तर बटालियन की भर्ती हो चुकी है।
स्थानीय बोली में होगी परीक्षा
भर्ती प्रक्रिया में दस्तावेज परीक्षण व शारीरिक परीक्षा में पास अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा के दौरान दो पेपर देने होंगे जिसमे पहली प्रश्न पत्र हिंदी तथा दूसरी पेपर स्थानीय भाषा हल्बी अथवा गोंडी में होगी । मौखिक परीक्षा प्रश्न भी स्थानीय बोली में लिये जाएंगे।
बिना शुल्क की होगी पूरी भर्ती प्रक्रिया
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल द्वारा इस भर्ती प्रक्रिया में किसी भी उम्मीदवार से कोई भर्ती शुल्क नहीं लेगी। पूरी तरह नि:शुल्क भर्ती होने से निर्धन अभ्यर्थियों को फायदा मिलेगा।